उत्तराखंड के रुद्रपुर में 16 महीनों से लापता परिवार के 4 लोगों के शव उनके घर में दबे मिले। इस सनसनीखेज घटना से हर कोई इलाके में हड़कंप मचा हुआ हैं। दरअसल मामला जमीन के विवाद का है। दामाद ने तेरह बीघा जमीन और मकान हड़पने की नीयत से सास-ससुर और दो सालियों को मोत के घाट उतार दिया। युवक ने किराएदार साथी की मदद से चारों की हत्या कर दी।
शवों को घर में ही दफनाया
हत्यारे ये सभी शवों को घर में ही गड्ढा खोदकर दफनाने के बाद नया फर्श डाल दिया। करीब 16 महीने बाद जब दामाद ने संपत्ति अपने नाम करने की मंशा से मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने की कोशिश की तो रिश्तेदार के शक करने पर पूरा मामला खुल गया।
खुदाई कर शवों को निकाला बाहर
पुलिस ने घर के भीतर फर्श की खुदाई कर चारो शवों को बाहर निकाला। ट्रांजिट कैंप की राजा कॉलोनी स्थित हीरालाल के घर पर पुलिस पहुंचते ही नरेंद्र और उसकी पत्नी लीलावती के हाथ-पांव फूल गए। पुलिस ने नरेंद्र को हिरासत में लेकर उसकी निशानदेही पर कमरे के अंदर खुदाई कराई। वहीं, शिकायतकर्ता दुर्गा प्रसाद पुलिस को जानकारी देता रहा। इसी बीच पहुंची लीलावती ने दुर्गा प्रसाद का गिरेबान पकड़कर बाद में देख लेने की धमकी दे डाली।
मामलें में जांच जारी
दरअसल, पूरी घटना का खुलासा मृतक के रिश्ते के नाती दुर्गा प्रसाद ने ही किया। उसने पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। पड़ताल करने पर चार हत्याओं के सनसनीखेज मामले से पर्दा उठा हैं। शुक्रवार शाम पुलिस जब दुर्गा प्रसाद से घर के बाहर पूछताछ कर रही थी तो आरोपी की पत्नी ने उसके पति को झूठा फंसाने का आरोप लगाया हैं। बाद में पुलिस ने लीलावती के साथ ही दुर्गा प्रसाद को भी शक के घेरे में लेकर पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। हालांकि बाद में दुर्गा प्रसाद को छोड़ दिया गया।
इस घटना से पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे है। जिसको लेकर पुलिस के आला अधिकारियों के साथ ही विधायक राजकुमार ठुकराल ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी पुलिस अधिकारियों से ली।