featured देश

कोरोना के बाद बढ़ा ब्लैक फंगस का खतरा, देश में 7251 केस, महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा संक्रमित

black fung कोरोना के बाद बढ़ा ब्लैक फंगस का खतरा, देश में 7251 केस, महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा संक्रमित

नई दिल्ली: देश कोरोना की दूसरी लहर से अभी उभर नहीं पाया कि एक और बीमारी ने चिंता बढ़ दी है। लगातार बढ़ते ब्लैक फंगस के मामलों ने हर किसी को परेशान कर दिया है। महाराष्ट्र, यूपी, गुजरात, एमपी, छत्तीसगढ़ समेत की राज्यों में ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ता जा रहा है। देश में अब तक 7 हजार 251 लोग ब्लैक फंगस का शिकार हो चुके हैं। जिसमें से 219 लोगों की मौत भी हो गई है। कोरोना के बाद ब्लैक फंगस से भी सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र ही है।

महाराष्ट्र में 1500 ब्लैक फंगस के केस

महाराष्ट्र में ब्लैक फंगस के अब तक 1500 लोग शिकार हो चुके हैं। जिसमें से 90 मरीजों की जान भी चली गई है। महाराष्ट्र के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य गुजरात हैं। जहां पर 1163 लोगों में ब्लैक फंगस का संक्रमण पाया गया। जबकि 61 मरीजों की मौत हो गई। इसी तरह मध्य प्रदेश में भी 574 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। और 31 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। हरियाण और दिल्ली में भी कई लोग बीमारी की शिकार हो चुके हैं। जबकि दिल्ली में अभी ब्लैक फंगस से एक ही व्यक्ति की मौत हुई है ।

यूपी बिहार का भी हाल खराब

ब्लैक फंगस की बीमारी से सिर्फ महाराष्ट्र, गुजरात, एमपी ही नहीं परेशना है। बल्कि देश के हर राज्यों में इसके केस सामने आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, कर्नाटका, तेलंगाना में 200 से कम केस आए हैं। जबकि तेलंगाना में 10 मरीजों की मौत हो गई। तो वहीं यूपी मे 8, बिहार में एक और छत्तीसगढ़ में 2 मरीजों की जान चली गई। हालांकि कर्नाटका में अबतक किसी की जन नहीं गई है।

कई राज्यों ने महामारी घोषित की

लागातार बढ़ते ब्लैक फंगस के मामलों को लेकर कई राज्यों इसे महामारी भी घोषित कर दिया है। इनमें से चंडीगढ़, असम, तेलंगाना, राजस्थान, गुजरात, ओडिशा और पंजाब जैसे राज्यों ने इस बीमारी को महामारी घोषित किया है।

क्या है ब्लैक फंगस?

दिल्ली एम्स के न्यूरोलॉजी प्रमुख डॉक्टर पद्मा ने बताया कि ब्लैक फंगस कोई नई बीमारी नहीं है। जिनका इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर है या फिर जो ट्रांसप्लांट के मरीज हैं। उनमें यह फंगस पाया जाता है। डॉक्टर पद्मा ने बताया कि इतनी संख्या में फंगस इन्फैक्शन पहले कभी नहीं देखा गया था, जितना कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अभी देखा गया है। डॉक्टर पद्मा ने बताया कि अगर मरीज को सही वक्त पर इलाज नहीं मिला तो 80 फीसदी मामलों में मौत की संभावना है। उन्होंने आगे बताया कि ब्लैक फंगस कोरोना की तरह एक दूसरे से नहीं फैलता है।

 

Related posts

छत्तीसगढ़ में बंद 5 सालों में 2 हजार 811 सरकारी प्राइमरी स्कूल

Rani Naqvi

आईसीआईसीआई बैंक से चंदा कोचर ने दिया इस्तीफा, संदीप बख्शी होगें एमडी और सीईओ

mahesh yadav

एक्ट्रेस जैकलिन फर्नांडीज की बढ़ी मुश्किलें , 215 करोड़ की मनीलॉन्ड्रिंग में ED ने बनाया आरोपी

Rahul