कोलकाता। बंगाल में विधानसभा चुनाव को काउंटडाउन शुरु हो चुका है जैसे जैसे चुनावों की तारीफ नजदीक आ रही है वैसे वैसे राजनीतिक दलों ने अपने जुबानी तीर तेज कर दिए हैं। पश्चिम बंगाल में मुख्यरूप से बीजेपी और टीएमसी आमने सामने हैं और दोनों में इस बार जोरदार टक्कर हैं। बीजेपी के लिए खोने को कुछ नहीं है लेकिन लोकसभा चुनाव में बंगाल से मिले सहयोग से बीजेपी पूरे कांफिडेंस से मैदान में उतर चुकी है तो वहीं ममता बनर्जी के सामने अपना किला बचाने की चुनौती है। शनिवार को बीजेपी ने ममता सरकार पर हमला बोलते हए कहा है कि उनके अहंकार के चलते नेता पार्टी छोड़ने को मजबूर हो गये हैं। गोरतलब है कि कल यानी शुक्रवार को ममता सरकार में वन मंत्री राजीव बनर्जी ने भी इस्तीफा दे दिया है। आपको बतादें कि आज प्रधानमंत्री भी बंगाल के दौरे पर हैं।
बीजेपी के पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजवर्गीय ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “टीएमसी में जो भी नेता पार्टी छोड़ अन्य पार्टियों में शामिल हो रहा है उसकी केवल एक ही वजह है, ममता का अंहकार।” कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि, “ममता दीदी का अंहकार उन्हीं के लिये भारी साबित पड़ रहा है। उन्हीं के नेता पार्टी छोड़ अन्य दलों में शामिल हो उन्हीं के खिलाफ खड़ें हो रहे हैं।”
इसके अलावा कैलाश विजयवर्गीय ने साफ कह दिया कि बीजेपी पार्टी इस वक्त बिना मुख्यमंत्री चेहरे के चुनाव में उतरेगी। उन्होंने कहा कि, “जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार नहीं होती वहां बिना मुख्यमंत्री के चेहरे के ही चुनाव में उतरती है। इसलिये पश्चिम बंगाल में भी ऐसा ही होगा।” उन्होंने कहा कि, “एक बार बहुमत हासिल हो जाए उसके बाद विधायक खुद तय करेंगे कि मुख्यमंत्री पद के लिये किसका चेहरा बेहतर होगा।”