बीजेपी के समर्थन वापस लेने से राज्यपाल शासन लगा है।रियासत में एक बार फिर से नई गठजोड़ की राजनीति शुरू हो गई। राज्य में सभ दल सरकार बनाने फिराक में हैं। पीडीपी के चार विधायकों ने पार्टी विरोधी स्वर उठाए हैं। पीडीपी विधायक अब्दुल मजीद पड्डार ने कहा कि वह पार्टी से खपा हैं।
पड्डार ने कहा कि विधायकों को भी सरकार बनाने की करना चाहिए। पड्डार से पहले इमरान अंसार, आबिद अंसारी, अब्बास अहमद ने पार्टी पर हमला बोला है। ट्वीट में पोस्ट की गई तस्वीर में राम माधव श्रीनगर में पिछली सरकार में मंत्री रहे।
गौरतलब है कि सज्जाद लोन के साथ राज्य के रोडमैप पर चर्चा करते दिखे हैं।राज्य में अभी अमरनाथ यात्रा चल रही है। इस बार भी यात्रा पर आतंकी साया मंडरा रहा है।
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बीजेपी अभी सरकार बनाने के लिए हर संभावना पर मंथन कर रही है
राजनीतिक यात्रा में किसी भी तरीके का खलल पड़े। ऐसे में माना जा रहा कि बीजेपी अभी सरकार बनाने के लिए हर संभावना पर मंथन कर रही है। और अमरनाथ यात्रा संपन्न होने के बाद इसे अमलीजामा पहनाने की कोशिश करेगी। सज्जाद लोन के साथ राम माधव की बैठक को इसी कड़ी के रूप में देखा जा रहा है।
पीडीपी-बीजेपी के गठबंधन के बाद सरकार के ढाई साल का कार्यकाल शेष है
आपको बता दें कि राज्य में नई सरकार के गठन की चर्चाऐं हो रही है। गौरतलब है कि पीडीपी-बीजेपी के गठबंधन के बाद सरकार के ढाई साल का कार्यकाल शेष है।ऐसे में कोई भी सियासी दल सरकार के गठन की संभावना होने के बावजूद सत्ता से दूर रहना नहीं चाहता।
लोन ने 2009 में बारामुला से लोकसभा चुनाव लड़ा था। इसमें हार गए इसके बाद 2014 में हंदवाड़ा से विधानसभा चुनाव जीतने वाले लोन को केंद्र केंद्र के इशारे पर मंत्री पद दिया गया।
पीडीपी के तीन विधायक इमराज रजा अंसारी, आबिद अंसारी और मोहम्मद अब्बास वानी तो खुलकर महबूबा मुफ्ती पर बगावती संकेत दे चुके हैं। साथ 15 और विधायक भी पार्टी मुखिया से नाराज होने की खबर है।
महेश कुमार यदुवंशी