इन दिनों रोहिंग्या मुस्लिमों का मुद्दा काफी सुर्खियों में छाया हुआ है। लेकिन इस पर बीजेपी के सांसद वरुण गांधी ने सरकार को एक परंपरा याद दिलाई है। उन्होंने अतिथि देवो भव: की परंपरा को याद दिलाते हुए कहा है कि रोहिंग्या मुस्लिमों की मदद करनी चाहिए। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि भारत को रोहिंग्या मुस्लिमों की मदद करनी चाहिए।
लेकिन आपको याद दिला दें कि भारत की तरफ से पहले ही साफ किया जा चुका है कि भारत रोहिंग्या मुस्लिमों को शरण नहीं देगा क्योंकि जमीनी हकीकत की तौर पर रोहिंग्या मुस्लिम देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा हैं। बीच में ऐसी भी खबरें सामने आई थीं कि रोहिंग्या मुस्लिमों के संपर्क पाकिस्तान के आतंकी संगठनों के साथ भी हैं।
My recent piece focused primarily on defining India’s asylum policy, with clear demarcations on how we would accept refugees.
— Varun Gandhi (@varungandhi80) September 26, 2017
My recent piece focused primarily on defining India’s asylum policy, with clear demarcations on how we would accept refugees.
— Varun Gandhi (@varungandhi80) September 26, 2017
ऐसे में सुल्तानपुर से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने कहा कि रोहिंग्या मुस्लिमों को शरण देने से पहले सुरक्षा चिंताओं का आंकलन भी करना चाहिए। हालांकि वरुण गांधी का ऐसा कहना सरकार से बिल्कुल हटकर है। वरुण गांधी के अनुसार भारत को रोहिंग्या मुस्लिमों को शांति पूर्वक घर भेजने में मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि निवास की व्यवस्था एक बड़ी समस्या है।