कानपुर। बीजेपी ने रामनाथ केविंद के घर की सदस्य को टिकट देने से मना कर दिया। झींझक नगर पालिका के लिए अध्यक्ष पद के लिए भाजपा ने कोविंद परिवार से आवेदन करने वालों को टिकट नहीं दिया है। प्रत्याशी का नाम घोषित होने के बाद दावेदारी पेश कर रहीं राष्ट्रपति की भाभी विद्यावती व रिश्तेदार दीपमाला वर्मा ने खुद को चुनाव मैदान से दूर कर लिया है। जबकि भतीज बहू ने जनता के निर्णय को सर्वोपरि बता दावेदारी बरकरार रखते हुए चुनाव लड़ने का एलान किया है।
बता दें कि बीजेपी ने बीते मंगलवार को जनपद के सभी नौ निकायों के प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी। इसमें झींझक नगर पालिका सीट अध्यक्ष पद पर शिवकुमार कोरी की पत्नी सरोजदेवी को प्रत्याशी बनाया है। अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी से टिकट के लिए राष्ट्रपति रामनाथ को¨वद की भाभी विद्यावती, भतीज बहू दीपा पत्नी पंकज व रिश्तेदार झींझक निवासी दीपमाला वर्मा पत्नी हिमांशू ने आवेदन किया था।
अब प्रत्याशी घोषित होने के बाद संगठन के निर्णय को स्वीकार करते हुए विद्यावती व दीपमाला ने खुद को चुनाव मैदान छोड़ने की घोषणा कर दी। विद्यावती ने कहा कि वे संगठन के निर्णय के साथ हैं। राष्ट्रपति के बड़े भाई रामस्वरूप भारती के साले की पुत्री दीपमाला पत्नी हिमांशू वर्मा ने भी चुनाव मैदान से हटने की बात कही। दीपमाला के ससुर अशोक कुलश्रेष्ठ का कहना है कि पार्टी चुनाव चिह्न देती तो बहू को चुनाव लड़ाते, अब हम पार्टी के फैसले के साथ हैं।
वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रपति के भाई प्यारेलाल की बहू दीपा पत्नी पंकज ने चुनाव को जनता का आदेश मानते हुए खुद को निर्दलीय दावेदार के रूप में पेश किया है। दीपा के देवर दीपक के अनुसार झींझक की जनता के आग्रह पर भाभी चुनाव मैदान में आई हैं। पार्टी ने टिकट नहीं दिया तो क्या लोगों का आग्रह है, इसलिए चुनाव में निर्दलीय के रूप में भाभी का गुरुवार 9 नवंबर को नामांकन कराएंगे।