नई दिल्ली। मैक्स अस्पताल प्रतिबंध और निजी स्कूलों में फीस वृद्धि के मुद्दे पर बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग और वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया। दिल्ली बीजेपी के पूर्वांचल मोर्चा अध्यक्ष मनीष सिंह एवं युवा मोर्चा अध्यक्ष सुनील यादव के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ता चंदगीराम अखाड़े पर एकत्र हुए और विरोध मार्च करते हुए मुख्यमंत्री आवास तक पहुंचे। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए सुनील यादव ने कहा कि शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा जीवित बच्चे को मृत बताने के मामले की जितना भर्त्सना होनी चाहिए, वह कम है।
बता दें कि ऐसे में उस पर प्रतिबंध ही एकमात्र न्यायसंगत कदम हो सकता था लेकिन अस्पताल प्रबंधन से सांठगांठ के चलते केजरीवाल सरकार ने इस मामले में केवल सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए अस्पताल पर प्रतिबंध का आदेश बेहद कमजोर बनाया था जो कि न्यायिक अधिकारी के सामने पहली ही सुनवाई में निरस्त हो गया। उन्होंने कहा कि यह सोची-समझी रणनीति के कारण ही संभव हुआ। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार लगातार दिल्ली के निजी अस्पतालों को संरक्षण देती रही है और मैक्स अस्पताल में नवजात शिशु की मृत्य के बाद उत्पन्न तनाव को शांत करने के लिए एवं जनता को गुमराह करने के लिए अस्पताल पर प्रतिबंध की घोषणा की।
वहीं मनीष सिंह ने कहा कि केजरीवाल सरकार स्कूल फीस मामले में भी दो मुंही राजनीति करती है, जनता के बीच सरकार कहती है कि हम फीस नहीं बढ़ाने देंगे पर गुपचुप में अपने शिक्षा विभाग से परिपत्र जारी करा फीस वृद्धि का आदेश देती है जैसा कि 17 अक्टूबर को किया गया। केजरीवाल सरकार द्वारा फीस वृद्धि की अनुमति देने का बड़ा कुप्रभाव दिल्ली के मध्यम एवं निम्न वर्ग के लोगों विशेषकर पूर्वांचलवासियों पर पड़ा और हम केजरीवाल सरकार के फीस वृद्धि परिपत्र को निरस्त करने के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय के आभारी हैं।