नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर की सियासत पूरी तरह से बदल गई है। बीजेपी ने महबूबा सरकार से अलग होने का फैसला ले लिया है। इस बात की जानकारी बीजेपी महासचिव राम माधव ने दी। बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू करने की मांग की है। क्योंकि बीजेपी का मानना है कि राज्यपाल शासन से सुधार की उम्मीद है। राम माधव ने बताया कि महबूबा सरकार से अलग होने का फैसला पीएम मोदी और अमित शाह से बात करने के बाद लिया गया है। फिलहाल जम्मू-कश्मीर में इस फैसले से चिंता का माहौल बना हुआ है। बीजपी का फैसला है कि देशहित के लिए गठबंधन खत्म करने का फैसला सही है। जिसके लिए बीजेपी महबूबा सरकार से बाहर हो गई।
बता दें कि बीजेपी का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में महबूबा सरकार को ठीक से नहीं चला पाई। उनके राज में जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद बढ़ा है। कश्मीर में हालातों पर कोई नियंत्रण नहीं किया गया। महबूबा मुफ्ती इस्तीफा ने इस्तीफा दे दिया है। बीजेपी ने पीडीपी को समर्थन वापसी के लिए चिट्ठी भेज दी है। साथ ही पीडीपी ने नेशनल कांफ्रेंस में अपनी पार्टी की बैठक बुलाई है। बीजपी का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में काम कर रहे मंत्रियों के काम में अड़चन डाली गई। महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर में हालत नहीं संभाल पाई। बता दें कि बीजेपी और पीडीपी के अलग होने पर शिवसेना का कहना है कि बीजेपी और पीडीपी का गठबंधन देशद्रोही था।