लखनऊ: यूपी में जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे बयानबाजी तेज हो गई है। सभी राजनीतिक दल अपने अपने समीकरण बनाने में लगे है। 2022 के विधानसभा चुनावों की बात करें तो यह चुनाव हर बार से थोड़ा अलग होने वाला है। एक तरफ आम आदमी पार्टी दिल्ली का शिक्ष स्वास्थ्य माॅडल लेकर यूपी में जमीन तैयार कर रही है वहीं दूसरी और ओवैसी हैदराबाद से यूपी की नब्ज टटोलने की कोशिश कर रहे है। जानकारी के अनुसार ओवैसी की नजर पश्चिमी यूपी की 100 मुश्लिमबहुल पर है। और जानकार बता रहे हैं कि एआईएमआईएम यूपी में होने वाले पंचायत चुनाव भी लड़ सकती है। ऐसे में नेताओं की बयानबाजी तेज हो रही है। इसी बीच ताजा बयान दिया है उन्नाव के बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने।
साक्षी महाराज यह दावा करके एक और राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी की मदद की थी। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों में भी ओवैसी हमारी मदद करेंगे। बीजेपी सांसद ने कहा कि यूपी और बंगाल चुनाव में एआईएमआईएम की भागीदारी से बीजेपी को राज्यों को जीतने में मदद मिलेगी।
साक्षी महाराज ने कहा, “यह ईश्वर की कृपा है. ईश्वर उन्हें शक्ति दें। उन्होंने बिहार में हमारी मदद की और अब वे उत्तर प्रदेश के पंचायत और विधानसभा चुनावों में और पश्चिम बंगाल के चुनावों में भी हमारी मदद करेंगे।” विरोधियों द्वारा एआईएमआईएम को अक्सर बीजेपी की ‘बी’ टीम कहा जाता रहा है कि क्योंकि यह पार्टी धार्मिक आधार पर वोटों का ध्रुवीकरण करने में बीजेपी की मदद करती है। हालांकि, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस बयान पर जोरदार नाराजगी जताई है और अपने राजनीतिक दल के साथ बीजेपी की मदद करने से साफ इनकार किया है।