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केसरिया सुनामी में लक्ष्मीकांत सहित कई नहीं खिला सके कमल

lakshmi kant केसरिया सुनामी में लक्ष्मीकांत सहित कई नहीं खिला सके कमल

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भले ही भारतीय जनता पार्टी ने मोदी लहर में सवार होकर जादुई आकड़ा पार कर लिया हो। लेकिन इतनी लहर के बावजूद भी यह कमल खिलाने में कामयाब नहीं हो सके। कैराना मामले में पलायन का मुद्दा उठा कर चेहरा बनी सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को बीजेपी ने कैराना सीट से टिकट दिया था लेकिन वह यहां जीत हासिल नही कर सकी। सपा के नाहिद हसन ने उन्हें 20 हजार से अधिक वोटों से हरा दिया है।

lakshmi kant केसरिया सुनामी में लक्ष्मीकांत सहित कई नहीं खिला सके कमल

लक्ष्मीकांत वाजपेयी बीजेपी के एक बड़े चेहरे के रूप में जाने जाते हैं वह बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके बावजूद वह मेरठ के सदर सीट से चुनाव हार गए। लक्ष्मीकांत सपा के रफीक अंसारी से हार गए। बसपा से आए स्वामी प्रसाद मौर्या के बेट उत्कृष्ट मौर्य जो रायबरेली के ऊंचाहार सीट से चुनाव लड़ रहे थे। सपा के मनोज पांडे से हार गए। वह 2 हजार से अधिक वोटों से हार गए।

कानपुर आर्यनगर सीट से मैदान में खड़े सलिल विश्नोई हार गए हैं। वह भाजपा के मजबूत प्रत्याशियों में से एक थे वह लगातार 2002 से इस विधानसभा सीट से जीत रहे थे लेकिन इस बार मोदी लहर होने के बावजूद वह सपा के अमिताभ वाजपेयी से हार गए।

2007 में चिल्लूपार विधानसभा सीट पर बसपा के प्रत्याशी के रूप में राजेश त्रिपाठी ने बाहुबली हरिशंकर तिवारी को करारी शिकस्त दी थी। पंडित हरिशंकर तिवारी की अजेय सीट माने जाने वाले चिल्लूपार से विधायक बनने के बाद बसपा सरकार ने राजेश त्रिपाठी को इनाम स्वरुप मंत्री पद से नवाजा गया था। गोरखपुर की काफी हाईप्रोफाइल सीट मानी जाने वाली इस सीट पर बीएसपी प्रत्याशी विनय शंकर तिवारी ने भाजपा के राजेश त्रिपाठी को हराया।

कानपुर कैन्ट से भाजपा विधायक रघुनंदन भौदरिया को कांग्रेस के सोहल अंसारी ने चुनाव में हरा दिया। वहीं भदोही की ज्ञानपुर सीट समाजवादी पार्टी के दबंग विधायक विजय मिश्रा को टिकट ना मिलने के बावजूद निर्दलीय चुनाव लड़े और भाजपा के महेन्द्र बिन्द को हरा दिया।

हंडिया विधानसभा सीट पर पूर्व मंत्री राकेशधर त्रिपाठी के साथ सपा के एमएलसी व कद्दावर नेता वासुदेव यादव की साख डूब गई। न राकेशधर त्रिपाठी की पत्नी प्रमिला त्रिपाठी जीती और न ही वासुदेव यादव की बेटी निधी यादव। दो दिग्गजों की लड़ाई में बाजी बसपा के हाकिम लाल मार ले गए। प्रमिला त्रिपाठी जहां दूसरे स्थान पर रहीं वहीं निधि यादव को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा।

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