नई दिल्ली: एक तरफ जहां महिलाएं #MeToo कैंपेन के तहत अपने खिलाफ हुई यौन शोषण की घटनाओं पर खुलकर बोल रही हैं। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी की एक महिला विधायक ने पीड़ित महिलाओं को लेकर विवादित बयान दिया है। मध्य प्रदेश के इंदौर से विधायक ऊषा ठाकुर ने कहा, ”महिलाएं तरक्की के लिए शॉर्टकट अपनाती हैं। निजी स्वार्थों के लिए नैतिक मूल्यों से समझौता करती हैं। इसलिए समस्यायों में फंसती हैं। जीवन मूल्यों से समझौता कर पाई गई सफलता निरर्थक है।”
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आपको बता दें कि यौन शोषण के खिलाफ सोशल मीडिया पर #MeToo कैंपेन चल रहा है। इसकी ज़द में कई अभिनेता, निर्देशक, पत्रकार और राजनेता आ चुके हैं। मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद और केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर पर कई महिला पत्रकारों ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। इसी सवाल पर ऊषा ठाकुर ने विवादित बयान दिया है। अकबर पर लगे सभी आरोप तब के हैं जब वे मीडिया संस्थानों में वरिष्ठ पद पर थे।
विपक्षी पार्टियों ने एमजे अकबर के इस्तीफे और पूरे मामले की जांच की मांग की है। अकबर ने सभी आरोपों से इनकार किया है और इसे साजिश करार दिया है। उन्होंने कल कहा, ‘‘मेरे खिलाफ लगाए गये दुर्व्यवहार के आरोप झूठे और मनगढंत हैं। इन झूठे और बेबुनियाद आरोपों से मेरी छवि को अपूर्णीय क्षति पहुंची है। मैं इन आरोपों पर जल्द जवाब नहीं दे सका क्योंकि मैं विदेश की आधिकारिक यात्रा पर था।’’ अकबर ने अपने ऊपर लगे आरोपों को आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़ते हुए कहा कि 2019 में होने वाले आम चुनावों से कुछ महीने पहले ‘मी टू’ तूफान क्यों उठा है?
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By: Ritu Raj