जयपुर। अलवर के मुण्डावर से विधायक धर्मपाल चौधरी का हार्ट अटैक से निधन हो गया। उनके निधन के बाद प्रदेश भाजापा में शोक की लहर छा गई। धर्मपाल भाजपा के कद्दावार नेता रहे हैं। उनके निधन पर प्रदेश सहित राष्ट्रीय स्तरीय नेताओं ने उनके निधन को अपुरणीय क्षति बताया है। उनके निधन पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गहरा दुख जताते हुए कहा कि उनके निधन से हुई खाली जगह को भर पाना मुश्किल है।
उनका अलसुबह बुधवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया है। उनको सीने में दर्द की शिकायत के बाद तुरंत भर्ती कराया गया था। जहां उन्होंने सुबह 3 बजे आखिरी सांस ली। उनकी पार्थिव देह को लेकर पैतृक गांव जाट बहरोड के लिए उनके परिजन और शुभचिंतक रवाना हो गए हैं।उनका अंतिम संस्कार दोपहर बाद 3:00 बजे जाट बहरोड में ही किया जाएगा। धर्मपाल मुण्डावर से भाजपा के विधायक थे और उन्हें मजबूत जनप्रतिनिधि माना जाता था। यादव राजनीति में उथलपुथल मचाने वाले नेताओं में भी उन्हें शुमार किया जाता था।
उनका जन्म 4 जुलाई 1954 को बहरोड़ क्षेत्र के जाट बहरोड़ गांव में हुआ था। उन्होंने बहरोड़ के राजकीय सीनियर सैकंडरी स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई की थी। धर्मपाल चौधरी की शादी 1973 में बिमला चौधरी से हुई थी। उनके दो बेटे और एक बेटी है। धर्मपाल चौधरी कृषि, ट्रांसपोर्टर और शिक्षा के क्षेत्र में जुड़े हुए थे। चौधरी अलवर के राठ क्षेत्र के कद्दावर जाट नेता माने जाते थे। चौधरी अलवर जिले की जाट महासभा के लगातार 2000- 2014 तक अध्यक्ष रहे हैं। भाजपा सरकार के पिछले कार्यकाल में उन्हें संसदीय सचिव बनाया गया था। वे 2003, 2008 ओर 2014 में भाजपा से विधायक के पद पर निर्वाचित हुए थे।