नई दिल्ली। बीजेपी ने केंद्र और एनडीए से आंध्र प्रदेश के मुद्दे पर अलह होने वाली टीडीपी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी नेता जेवीएल नरसिम्हा राव ने इस मुद्दे पर कहा कि आंध्र प्रदेश के विकास के लिए केंद्र सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होने कहा कि चंद्रबाबू नायडू के आरोप पूरी तरह से निराधार और झूठे हैं। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश में 11 में से 9 प्रोजेक्ट शुरू हो चुके हैं और राज्य को दी गई मदद में केंद्र ने एक लाख 26 हजार करोड़ रुपये की बढ़ोतरी कर दी है इसलिए केंद्र द्वारा राज्य की अनदेखी का सवाल ही नहीं उठता। वहीं दूसरी तरफ आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने विधानसभा में कहा कि प्रदेश के अवैज्ञानिक तरीके से विभाजन ने हमें 10 साल पीछे धकेल दिया है।
गौरतलब है कि थोड़े समय पहले जीवीएल ने कहा था कि टीडीपी को आंध्र प्रदेश में अहसास हो रहा है कि उसके लिए राह मुश्किल भरी हो रही है और वे 2019 में अपनी हार देख रहे हैं। यही कारण है जो टीडीपी में इतना हड़कंप मचा हुआ है। नरसिम्हा ने सवाल उठाया कि चंद्रबाबू नायडू आखिर चार साल से क्यों चुप्पी साधकर बैठे थे। आंध्र प्रदेश की सरकार और टीडीपी को उनके खिलाफ आमलोगों की नाराजगी का आभास हो रहा है। उन्होंने कहा कि टीडीपी के एनडीए से अगल होने को बीजेपी एक अवसर के रूप में देख रही है और हम आंध्र प्रदेश में एक प्रभावी राजनीतिक शक्ति के रूप में उभरेंगे।
वहीं दूसरी तरफ अमित शाह ने लिखी थी चिट्ठी आपको बता दें कि बीजेपी चीफ अमित शाह ने टीडीपी चीफ और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस फैसले को राजनीति से प्रेरित और एकतरफा करार दिया था। शाह ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि आंध्र प्रदेश प्रदेश के बंटवारे से लेकर आजतक भाजपा ने हमेशा राज्य के लोगों की आवाज को उठाया है और लोगों के हितों के लिए काम किया है। हम लगातार तेलगु लोग और तेलगु राज्य के हित के बारे में सोचते हैं।