देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व हरिद्वार सांसद डा.रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमवार को कहा कि मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा चुनाव से पूर्व हार मान लेना बताता है कि कांग्रेस मुक्त भारत का अभियान सफल हो रहा है। कांग्रेस को ज्ञात था कि उसके कारनामे उसे सत्ता से बेदखल करेंगे। विधायकों की खरीद-फ रोख्त प्रकरण में सी.बी.आई. जांच का सामना कर रहे मुख्यमंत्री ने देवभूमि की प्रतिष्ठा गिराई है।
जनता खनन,शराब और स्टिंग प्रकरण के बाद से ही मतदान की तिथि की प्रतीक्षा कर रही थी। आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि हरीश रावत के कार्यकाल में आर्थिक भ्रष्टाचार के साथ-साथ राज्य की कानून व्यवस्था भी चौपट हो चुकी थी। अपराधियों के हौसले बुलंदी पर थे,मुख्यमंत्री ने चुनाव पूर्व दुर्दान्त अपराधियों को पैरोल देकर अपराध का अपरोक्ष रूप से समर्थन किया। आपराधिक इंडेक्स में उत्तराखण्ड,उत्तर प्रदेश के बराबर असुरक्षित हो गया था।
निशंक ने कहा कि चुनाव में पानी की तरह पैसा और शराब बहाने हर चुनावी हथकण्डा अपनाने के बाद भी मतगणना से पहले ही हार मान लेना बताता है कि जनता मोदी और भाजपा में आस्था रखती है और कांग्रेस से हरहाल में मुक्ति चाहती है। राज्य की आंदोलनकारी जनता मुजफ्फरनगर कांड के अपराधियों से कांग्रेस की सांठ-गांठ को कभी भी बर्दाश्त नहीं कर सकती। समाजवादी पार्टी से गठबंधन की कीमत भी कांग्रेस को चुकानी पड़ रही है।
निशंक ने कहा कि उत्तराखण्ड व उत्तरप्रदेश में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बन रही है। जनता को उनकी अपेक्षाओं का स्वच्छ व पारदर्शी शाशन मिलने जा रहा है। केन्द्र व प्रदेश में बीजेपी की सरकार होने से विकास का डबल इंजन प्रदेश की सूरत संवारेगी। निशंक ने कहा वे स्वयं उत्तर प्रदेश के चुनाव में भाग ले रहे हैं और निकट से देख रहे है कि जनता वहां भी बदलाव चाहती है। उत्तर प्रदेश में भी भाजपा भारी बहुमत से जीत रही है।