पणजी। गोवा में भारतीय जनता पार्टी ने अब पूरी तरह से अपनी सरकार बना ली है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सहयोगी पार्टी के मंत्रियों को सरकार से निकाल दिया है। सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक को भी मंत्री पद से हटा दिया गया है। उनकी जगह कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल होने वाले दस में से तीन विधायकों को मंत्री बनाया गया है। कांग्रेस के दस विधायकों के शामिल होने के बाद 40 सदस्यों की विधानसभा में अब भाजपा के अपने विधायकों की संख्या 27 हो गई है।
मनोहर पर्रिकर की जगह मुख्यमंत्री बने प्रमोद सावंत ने अपनी एक सहयोगी पार्टी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के नेता और राज्य के उप मुख्यमंत्री सुधीन धवलीकर को सरकार से निकाल दिया था और उनके दो विधायकों को तोड़ कर भाजपा में शामिल करा लिया था। अब दूसरी सहयोगी गोवा फारवर्ड पार्टी के मंत्रियों को भी सरकार से बाहर कर दिया है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने शनिवार को अपनी कैबिनेट में फेरबदल करते हुए चार मंत्री हटाए और तीन नए मंत्रियों को शामिल किया।
कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए दस में से तीन विधायकों को मंत्री बनाया गया। इसके अलावा भाजपा विधायक और डिप्टी स्पीकर माइकल लोबो भी मंत्रिमंडल में शामिल हुए। इससे पहले सावंत ने गोवा फारवर्ड पार्टी, जीपीपी के तीन और एक निर्दलीय विधायक को मंत्री पद से हटा दिया। सावंत ने शुक्रवार को ही इन विधायकों से मंत्री पद छोड़ने के लिए कहा था। हालांकि, जीपीपी का कहना था कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से बातचीत के बगैर उनके मंत्री इस्तीफा नहीं देंगे।
इसके बाद मुख्यमंत्री सावंत ने उप मुख्यमंत्री विजय सरदेसाई, विनोद पालीनकर, जयेश सलगांवकर और रोहन खांटी को मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया। इससे पहले मुख्यमंत्री सावंत बुधवार को कांग्रेस के 15 में 10 विधायकों को लेकर दिल्ली पहुंचे थे। वहां भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद सभी विधायक भाजपा में शामिल हुए थे।
इनमें से पूर्व नेता प्रतिपक्ष चंद्रकांत कावलेकर, जेनिफर मोन्सेराते, फिलिप नेरी रॉड्रिग्स को शनिवार को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। दूसरी ओर जेपीपी के नेताओं ने कहा है कि वे एनडीए का हिस्सा हैं और भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं से बातचीत करने के बाद ही कोई फैसला करेंगे।