मुरादाबादः उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हुए नामांकन में भले ही समाजवादी पार्टी भारतीय जनता पार्टी पर सत्ता का गलत इस्तेमाल का आरोप लगा रही हो, लेकिन मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी के कुछ जिला पंचायत सदस्यों और नेताओं ने ही पार्टी से बगवात की चिंगारी फूंक दी है। इसका सबसे ज्यादा लाभ भाजपा को मिल सकता है।
दरअसल, नामांकन के दौरान कई सपा प्रत्याशी कलेक्ट्रेट दफ्तर नहीं पहुंचे। सपा जिला कार्यालय में नेता और प्रत्याशी आपस में काफी देर तक झगड़ते रहे। नाराज कार्यकर्ताओं ने बगावत करने वाले नेताओं के पोस्टर तक फाड़ दिए। सपा जिला अध्यक्ष ने ऐसे कई बागी नेताओं की लिस्ट पार्टी हाईकमान को भेज दी है और पार्टी से निष्कासित करने की मांग की है।
भाजपा का निर्विरोध जीतना तय
दरअसल, जिला पंचायत में कुल 39 सदस्य चुनाव जीते हैं। इनमें से सपा के पास 11 और भाजपा के पास 10, जबकि बसपा के पास 13 सदस्य हैं। जबकि कुछ निर्दलीय भी हैं। यहां पर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए केवल सपा और भाजपा ने ही अपने प्रत्याशी मैदान में उतारा था। नामांकन के दौरान सपा प्रत्याशियों का कलेक्ट्रेट ऑफिस न पहुंचने पर भाजपा का निर्विरोध जीतना तय माना जा रहा है।