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बीजेपी महासचिव अरूण सिंह का आरोप- किसान आंदोलन में घुसे टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोग

22791af3 b684 4b41 9b3f f3bc43bf2a6c बीजेपी महासचिव अरूण सिंह का आरोप- किसान आंदोलन में घुसे टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोग

नई दिल्ली। कृषि कानून के विरोध में आज किसान आंदोलन को 19वां दिन है। किसाना अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के चारों ओर डेरा डाले हुए है। इतना ही नहीं रोज हजारों किसान दिल्ली की तरफ कूच कर रहे हैं। किसानों और सरकार बीच हुई कई दौर की बातचीत में भी कोई नतीजा नहीं निकला है। इसके साथ ही भाजपा के नेता विपक्षी दलों पर किसानों को भ्रम में डालने और कृषि कानून के विरूद्ध भड़काने को आरोप लगा रहे हैं। इसके साथ ही सरकार और मंत्रियों का कहना है कि कृषि कानून किसानों के हित के लिए बनाया गया है। इन सब के बीच अब भारतीय जनता पार्टी के नेता अरुण सिंह का कहना है कि पूरे आंदोलन में एक फीसदी किसान भी शामिल नहीं हैं। किसानों को भड़काने की कोशिश हो रही है।

जयपुर में हुई पार्टी की बैठक में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे अरुण सिंह-

बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी की ओर से लगातार आरोप लगाया जा रहा है किसानों को भड़काने की कोशिश हो रही है। बीजेपी महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि किसान भोले-भाले हैं, लेकिन इनमें टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोग घुस गए हैं जिनके बारे में बात करना जरूरी है। बीजेपी नेता अरुण सिंह ने राजस्थान के जयपुर में ये बात कही। अरुण सिंह जयपुर में हुई पार्टी की बैठक में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे हैं। बीजेपी की ओर से लगातार आरोप लगाया जा रहा है कि कुछ राजनीतिक दल और लेफ्ट संगठनों ने किसानों के आंदोलन को हाईजैक किया है और हिंसा करने के लिए भड़काया जा रहा है। बीते दिनों किसानों के आंदोलन के बीच एक मंच पर शरजील इमाम, उमर खालिद समेत कुछ ऐसे एक्टिविस्टों की तस्वीर चस्पा थी, जो इस वक्त जेल में हैं। आंदोलन में इनकी रिहाई की मांग की गई थी, जिसके बाद बीजेपी ने किसान आंदोलन पर सवाल उठाने शुरू किए।

इन मंत्रियों ने भी किसान आंदोलन को लेकर उठाए थे सवाल-

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भी इन पोस्टरों पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि MSP-मंडी को लेकर कोई आपत्ति या विरोध हो सकता है, लेकिन जैसे पोस्टर लग रहे हैं वो तो किसी आंदोलन का हिस्सा नहीं हैं। ऐसे में किसानों को ऐसे लोगों को मंच पर जगह नहीं देनी चाहिए। इसके साथ ही कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया था कि आंदोलन को टेकओवर करने का ये एक भयावह डिजाइन है। इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि टुकड़े-टुकड़े गैंग एजेंडे को टेकओवर करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किसान संगठनों के विरोध का फायदा उठाने के लिए उनकी तस्वीरें प्रदर्शित की जा रही हैं। शायद ऐसे तत्वों की उपस्थिति के कारण ही सरकार के साथ बातचीत सफल नहीं हो रही है।

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