कुंभनगर। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी बुधवार को दिव्य और भव्य कुंभ के साक्षी बनें। वह लगभग चार घंटे कुंभ मेला क्षेत्र में रहे। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। शाह और योगी के आगमन के मद्देनजर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मंगलवार को ही कुंभनगर पहुंच गए। उन्होंने दोनों नेताओं के कार्यक्रमों की तैयारियों की समीक्षा की। भाजपा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री संतों से मुलाकात करेंगे, जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं।
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर संतों में बढ़ी सरगर्मी को लेकर माना जा रहा है कि ये दोनों नेता महात्माओं से आशीष लेकर उन्हें साधने की कोशिश भी करेंगे। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह विमान से बुधवार पूर्वाह्न लगभग 11 बजे बमरौली एयरपोर्ट पहुंचेंगे। इससे ठीक 15 मिनट पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्टेट प्लेन से बमरौली एयरपोर्ट पर उतरेंगे। वहां से शाह और योगी हेलीकॉप्टर से कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 20 स्थित डीपीएस ग्राउंड के हेलीपैड पर पूर्वान्ह 11.25 बजे पहुंचेंगे।
दोनों नेता वहां से कार से अरैल वीआइपी घाट जाएंगे, जहां से स्टीमर से संगम जाएंगे। अखाड़ों के प्रतिनिधियों व बड़े संतों के साथ दोनों नेता संगम में डुबकी लगाएंगे व विधि-विधान से त्रिवेणी आरती भी करेंगे। फिर स्टीमर से ही किला स्थित वीआइपी घाट जाएंगे, जहां से किला स्थित मूल अक्षयवट का दर्शन दोपहर 12.10 बजे करेंगे। इसके बाद किला में ही सरस्वती कूप जाएंगे।
दोपहर 12.50 बजे बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे। यहां से कुंभ मेला के सेक्टर 14 स्थित जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि के शिविर में जाएंगे, जहां संतों के साथ दोपहर का भोजन करेंगे। अपरान्ह 2.30 बजे पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती से आध्यात्मिक भेंट करने उनके सेक्टर 15 स्थित शिविर में जाएंगे। वहां संतों के साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा करेंगे।
वहां से अपरान्ह 2.50 बजे वह सेक्टर 16 स्थित पंचदशनाम जूना अखाड़ा, निरंजनी अखाड़ा, निर्मोही अखाड़ा और बड़ा उदासीन अखाड़ा में जाकर संतों से आशीष लेंगे। इसी क्रम में सेक्टर सात स्थित महामंडलेश्वर गुरुशरणानंद के शिविर में जाएंगे। शाम चार बजे मौज गिरि आश्रम जाएंगे और वहां से दोनों नेता शाम पांच बजे बमरौली एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर बुधवार दोपहर लगभग दो घंटे संगम सील रहेगा। इसके अलावा किला स्थित मूल अक्षयवट व हनुमान मंदिर में भी इस दौरान आम श्रद्धालु दर्शन-पूजन नहीं कर सकेंगे। किला वीआइपी घाट और अरैल वीआइपी घाट भी शाह और सीएम के आगमन के दौरान सील रहेगा। स्टीमर से संगम और किला घाट जाने के दौरान भी गंगा व यमुना में मोटरबोट, स्टीमर व बेसल का संचालन नहीं हो सकेगा।