मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में भाजपा और रालोद समर्थकों के बीच जमीन से ट्विटर तक जंग शुरू हो गई है। रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने इस मामले में भाजपा पर निशाना साधा है। दूसरी तरफ केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान ने इसे सोची समझी साजिश बताया है।
आज सोरम में स्वर्गीय श्री राजबीर सिंह जी की शोकसभा एवं रस्म पगड़ी में शामिल हुआ,इस दौरान लोकदल के 5-6 नेताओं व कार्यकर्ताओं ने बदतमीजी तथा गाली गलौज की।जिस पर स्थानीय निवासियों ने उन्हें ऐसा करने को मना किया तथा वहां से भगा दिया।@narendramodi @AmitShah @JPNadda @myogiadityanath
— Dr. Sanjeev Balyan (@drsanjeevbalyan) February 22, 2021
केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान ने अपने ट्वीट में लिखा है, जब सोरम गांव में स्वर्गीय श्री राजबीर सिंह की शोकसभा एवं रस्म पगड़ी में शामिल हुआ तो इस दौरान लोकदल के 5-6 नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने बदतमीजी और गाली गलौज की। जिस पर स्थानीय निवासियों ने उन्हें ऐसा करने को मना किया और वहां से भगा दिया।
अजीत सिंह पहुंचे गांव, पीएम पर बोला हमला
रालोद अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह ने कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि इन कानूनों के क्या फायदे हैं? यह अगर मोदी सरकार मुझे समझा दे तो मैं किसानों को समझा दूंगा। किसान समझ जाएंगे इतना मुझे विश्वास है।
उन्होंने कहा कि किसान मोदी सरकार के बहकावे में आने वाले नहीं हैं, वे समझ चुके हैं कि तीनों कानूनों से वह बर्बाद हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि एमएसपी लागू होनी चाहिए, ताकि किसानों को उनकी फसलों का वाजिब दाम मिल सके।
चौधरी अजीत सिंह ने कहा कि सरकार तानाशाही पर आमादा है। किसानों के साथ धोखा किया गया है काले कानून जब तक वापस नहीं होते तब तक किसान भी अड़े रहेंगे। पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए उन्होंने थानेदार से सीधे पूछा कि मुकदमा क्यों नहीं दर्ज किया गया। उन्होंने थानेदार से कहा कि मंत्री के दवाब में आने की जरूरत नहीं है।
पुलिस जनता के लिए है किसी मंत्री की पुलिस नहीं है। अपने संबोधन के बाद चौधरी अजीत सिंह उन परिवारों से भी मिले जिन के सदस्यों को कल मंत्री के गुंडों के हमले का सामना करना पड़ा था।
26 फरवरी को होने वाली पंचायत फिलहाल स्थगित
सोरम की चौपाल पर 26 फरवरी को होने वाली किसान पंचायत को स्थगित करने की घोषणा की गई। भारतीय किसान यूनियन के जिला उपाध्यक्ष विजेंद्र बालियान ने बताया कि 26 फरवरी की पंचायत फिलहाल स्थगित की गई है। शाम को बैठक करके पंचायत की नई तारीख घोषित की जाएगी।
किसानों से एकजुटता बनाए रखने की अपील
सोरम गांव में कल किसानों पर हुए मंत्री के गुंडों के हमले के बाद माहौल गरमा गया है। पुलिस ने किसानों की जमीन पर अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया है। पुलिस और केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के खिलाफ इलाके में आक्रोश पनप रहा है। सोरम में हुई पंयत में राष्ट्रीय अध्यक्ष और बालियान खाप के मुखिया चौधरी नरेश टिकैत भी पहुंचे और उन्होंने किसानों से एकजुटता बनाए रखने की अपील की।
जानिए क्या है पूरा मामला
केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान शाहपुर क्षेत्र के गांव सोरम में एक तेरहवीं रस्म में शामिल होने पहुंचे थे। यहां कुछ लोगों ने उनका विरोध किया। वो लोग रालोद के बताए जा रहे हैं। इस पर भाजपा व रालोद कार्यकर्ताओं के बीच भिड़ंत हो गई। दोनों पक्षों में तमाम लोगों को चोटें आईं। इसके बाद रालोद कार्यकर्ताओं ने भाजपाइयों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग लेकर थाने में धरना दे दिया।
नरेश टिकैत ने किया था विरोध का ऐलान
भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत की भाजपा नेताओं को शादी और तेरहवीं की चिट्ठी नहीं देने का आह्वान किया था। इसके बाद केन्द्रीय मंत्री गांव में पहुंचे थे। इसी दौरान पूरा हंगामा खड़ा हुआ। हंगामे को लेकर भाजपा और रालोद से जुड़े लोग अपने-अपने तर्क दे रहे हैं।