नई दिल्ली। बिहार और यूपी में करारी हार के बाद बीजेपी की ओर से राजस्थान पर चुनावी रणनीति तेज हो गई हैं और अब बीजेपी को उसके अपने सहयोगियों, विधायकों से लेकर कार्यकर्ताओं की याद आने लगी है। रामविलास पासवान और चिराग पासवान ने एनडीए में सभी दलों के साथ हो रहे भेदभाव को लेकर सवाल उठाए थें। पासवान की ओर से कहा गया कि जिस तरह से बीजेपी योगी की अपनी सीट तक नहीं बचा पाए और ना ही केशव प्रसाद मोर्य अपनी सीट बचा पाए तो ऐसे में बीजेपी को जरूरत हैं कि वो पार्टी सहयोगियों के साथ मिलकर आगे की रणनीति पर चर्चा करें।
शांत हुए ओमप्रकाश राजभर
योगी सरकार से नाराज़ चल रहे सुहेलदेव जो कि भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और यूपी सरकार में मंत्री हैं ओमप्रकाश राजभर ने दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी बता दे कि उपचुनाव में हार के बाद ओमप्रकाश की ओर से कहा गया था कि योगी सरकार यूपी में कोई काम नहीं कर रही है। इस सरकार में सिर्फ अधिकारियों का बोलबाला है। योगी सरकार में सहयोगियों की कोई सुध लेने वाला नहीं है। उन्होंने ये भी कहा था कि उनकी पार्टी के विधायक राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार को वोट नहीं देंगे। इसके बाद अमित शाह से ओमप्रकाश राजभर ने दिल्ली में मुलाकात की और अपनी सारी समस्या उनके सामने रखी। ओमप्रकाश राजभर ने अमित शाह से मुलाकात के बाद कहा, ‘मैंने आज उन्हें सभी बातों के बारे में विस्तृत रूप से बताया हैं। उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि वह 10 अप्रैल तक आएंगे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बातचीत करेंगे। मैं अमित शाह से मुलाकात के बाद पूर्ण रूप से संतुष्ट हूं।
अपना दल भी बीजेपी से रुठा हैं
बीजेपी का एक और सहयोगी दल अपना दल भी बीजेपी से नाराज चल रहा हैं। बता दे कि अपना दल बीजेपी से भेदभाव को लेकर नाराज चल रहा हैं।
हार के बाद योगी का फरमान
लोकसभा उपचुनाव की करारी हार के बाद सीएम योगी ने सबक लेते हुए कहा कि अब से हर सोमवार मंगलवार मंत्री दफ्तर में बैठ कर विधायकों की समस्या सुनेगे और उस पर चर्चा करेंगे।
राजस्थान उपचुनाव हार के बाद प्लान
कुछ समय पहले जिस तरह से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के नेतृत्व में बीजेपी को राजस्थान उपचुनाव की दो सीटो पर हार का सामना करना पड़ा हैं उस हार की भरपाई करन के लिए ख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर से कार्यवाही तेज कर दी गई हैं। अब वसुंधरा राजे ने सभी सांसदों और विधायकों को आदेश दिया है कि वो अपने क्षेत्रों में अलग-अलग जगह पर कैंप लगाकर जनता से फीडबैक लें।