मुजफ्फरपुर। देश के अलग अलग राज्यों से पक्षियों के मरे मिलने की खबरों ने एक बार फिर प्रशासन के लिए चुनौती खड़ी कर दी है। कोरोना से उभरने से पहले ही एक और बर्ड फ्लू नाम के संकट ने शासन से लेकर प्रशासन की नींद उड़ा दी है। देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू की पृष्टि हो चुकी है बिहार समेत देश के 10 राज्यों में यह फ्लू फैल चुका है। इसी के साथ अब ताजा मामला बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से सामने आया है। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में गुरुवार को मुर्गियों के मरने के बाद अब खेत में कौवे और कबूतर मरे मिले हैं। इसके चलते लोग दहशत में आ गए हैं।
मुजफ्फरपुर जिले के सरैया और जयतपुर इलाके में कौवा और कबूतर के साथ-साथ मुर्गियां मृत पाई गई हैं। इन पक्षियों की मौत से बर्ड फ्लू की आशंका फैल गई है, जिससे इलाके के लोग अब दहशत में हैं। मामले की जानकारी मिलते ही पशुपालन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची है। पशुपालन विभाग की टीम ने मृत पक्षियों का सीरम सैंपल के रूप में लेने के बाद डेड बॉडी को जमीन में गाड़ दिया है। इस घटना के बाद एहतियात के तौर पर लोग अभी से ही सुरक्षा बरतने लगे हैंं।
मंत्रालय ने कहा कि बर्ड फ्लू से निपटने के लिए राज्यों को स्वास्थ्य और वन विभाग के साथ समन्वय करने और उन्हें इस मुद्दे के बारे में संवेदनशील बनाने के लिए कहा गया। राज्यों को पोल्ट्री फार्मों में सुरक्षात्मक उपकरणों की पर्याप्त आपूर्ति बनाए रखने और जैव सुरक्षा उपायों को बनाए रखने के लिए भी कहा गया था।
बता दें कि देश में बर्ड फ्लू का (एवियन इन्फ्लूएंजा) खतरा दिनों-दिन बढ़ रहा है। अबतक बर्ड फ्लू देश के नौ राज्यों में फैल चुका है। ये राज्य राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, केरल, गुजरात, महाराष्ट्र, उतर प्रदेश और दिल्ली हैं।
केंद्र सरकार ने चिड़ियाघरों प्रबंधनों को निर्देश दिया है कि वे पर्यावरण मंत्रालय के तहत आने वाले केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) को दैनिक रिपोर्ट भेजें। ऐसा तब तक करना होगा जब तक कि क्षेत्र को रोगमुक्त घोषित नहीं कर दिया जाता। सीजेडए ने कार्यालयी ज्ञापन जारी कर चिड़ियाघरों के प्रबंधन को निर्देश दिया कि वह निगरानी रखें और पक्षियों के दड़बों के प्रबंधन को मजबूत करें।