एजेंसी, मुम्बई। ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ बायोपिक को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. सभी विरोधी पार्टियां लोकसभा चुनाव तक इस फिल्म पर रोक चाहती है। इसे लेकर कांग्रेस सहित कई पार्टियां चुनाव आयोग पहुंची थी। इसके बाद चुनाव आयोग ने फिल्म मेकर्स को नोटिस जारी किया था। आज विवेक ओबेरॉय के साथ फ़िल्म प्रोड्यूसर संदीप सिंह और उनके वक़ील हितेश जैन ने चुनाव आयोग में सफाई देने पहुंचे. इन्होंने चुनाव आयोग को ये समझाने की कोशिश की खि कैसे उनकी ये फिल्म चुनाव आयोग द्वारा लागू की गई आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है।
इस मुलाकात के बाद विवेक ओबेरॉय की फ़िल्म टीम के वक़ील हितेश जैन ने कहा, ”हमने चुनाव आयोग को बताया कि हमारी फ़िल्म में चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने वाली कोई बात नहीं है. हमें उम्मीद है कि चुनाव आयोग हमारे साथ न्याय करेगा।”
सूत्र से पता चला है कि निर्माताओं को चुनाव आयोग द्वारा भेजा गया नोटिस बुधवार यानि 27 मार्च को प्राप्त हुआ है. आयोग ने 30 मार्च तक निर्माताओं से इस संबंध में जवाब मांगा था. इससे पहले भी एक अखबार में फिल्म से संबंधित विज्ञापन छपवाए जाने के बाद आयोग ने अखबार, निर्माताओं और टी सीरीज को एक नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।
26 जनवरी को एबीपी न्यूज़ को दिए इंटरव्यू में फिल्म के तीन निर्माताओं में से एक संदीप सिंह ने किसी भी तरह के नोटिस मिलने और बीजेपी द्वारा प्रायोजित प्रौपेगेंडा फिल्म होने से इनकार किया था. इसके अलावा, संदीप ने फिल्म को लेकर हो रहे तमाम तरह के विवादों से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए इसे एक प्रेरणादायक फिल्म ठहराया था।