अमेरिका – बताया जा रहा है कि अब अमेरिका चीन को झटका देने की तैयारी कर रहा है। जिसके चलते अमेरिकी संसद में आज ‘वन चाइना पॉलिसी’ को रद्द करने के लिए बिल पेश किया गया है। रिपब्लिकन पार्टी के दो सांसदों ने ये बिल पेश करते हुए मांग की है कि अमेरिका को ताइवान के साथ कूटनीतिक संबंधों को शुरू करना चाहिए। बता दे कि अमेरिका ने 1979 में ताइवान के साथ कूटनीतिक संबंधों को ख़त्म करते हुए चीन की कम्युनिस्ट सरकार को मान्यता दी थी। उस वक़्त से अमेरिका आधिकारिक तौर पर ताइवान को चीन का हिस्सा मानता रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ताइवान को मिलेगी नयी पहचान –
बताया जा रहा है कि इंडो पैसिफिक की पॉलिसी को लेकर अमेरिकी कांग्रेस में जिस तरह की प्रक्रिया शुरू हुई है उससे जो बाइडेन प्रशासन से चीन की उम्मीदों को झटका लगा है। हॉन्गकॉन्ग को लेकर चीन सवाल उठाता रहा है। ताइवान को लेकर भी चीन अमेरिका पर आंतरिक मामलों में दखल देने का मामला उठाता रहा है। ताइवान को चीन एक स्वतंत्र देश के तौर पर मानने से इनकार करता रहा है। लेकिन अब अगर अमेरिका इसे अलग तौर पर मान्यता देता है तो यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ताइवान को अलग पहचान देगा। गौरतलब है कि अभी सिर्फ कुछ ही देश है जो ताइवान को अलग देश के तौर पर मान्यता देते है। बाकी सभी देश वन चाइना पॉलिसी के तहत ताइवान को चीन का हिस्सा मानते है। अमेरिकी कांग्रेस में अब इस तरह का बिल आना चीन के लिए गहरा झटका है।बता दे कि अभी तक अमेरिका ताइवान को सैन्य और राजनयिक सुरक्षा देता आ रहा है।