लखनऊ: बीजेपी एमएलसी उमेश द्विवेदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। पत्र के माध्यय से उन्होंने कानपुर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि बिकरू कांड के आरोपी अपराधी विकास दुबे के परिवार को पुलिस प्रताड़ित कर रही है।
पैसों के लिए परेशान कर रही पुलिस
बीजेपी एमएलसी का कहना है कि पुलिस पैसों के लिए परिवार के लोगों को बेवजह प्रताड़ित कर रही है। मुख्यमंत्री योगी को भेजे गए पत्र में विधान परिषद सदस्य ने कहा कि गैंगस्टर विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश दुबे और पत्नी अंजली दुबे, जो लखनऊ के कृष्णानगर में रहते हैं, इन दोनों को पुलिस तंग कर रही है।
पुत्रों के भरण-पोषण में हो रही दिक्कत
इन दोनों पर पुलिस ने फर्जी मुकदमा लगाया है। इससे गैंगस्टर विकास दुबे के परिवार के दोनों ही सदस्यों को मानसिक पीड़ा हो रही है। इन दोनों के दो पुत्र है, और इनको पालने में इन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
मामले की हो उच्चस्तरीय जांच: एमएलसी
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कहा कि इन दोनों के ऊपर लगे मुकदमे की उच्च स्तरीय जांच कराकर इन पर लगे केस को वापस लिया जाए।
उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि मामले पर वो संज्ञान लें और जल्द से जल्द इन मुकदमों को वापस लेने के लिए पुलिस के आलाधिकारियों को निर्देशित करें।
क्या था बिकरू कांड
कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव में दो जुलाई 2020 को आलाधिकारियों के निर्देश पर पुलिस की टीम हिस्ट्रीशीटर गैंगस्टर विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई थी।
यहां पर पहले से ही तैयार विकास दुबे और उसके साथियों ने पुलिस की टीम पर हमला कर दिया था। इसमें बिल्हौर के तत्कालीन सीओ देवेंद्र मिश्रा के समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।
इसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गैंगस्टर विकास दुबे समेत उसके छह साथियों को मार गिराया था। इसके अलावा पुलिस ने विकास दुबे के मामा को भी मुठभेड़ में मार गिराया था।