पटना। बिहार में एक बार फिर राजनीतिक उठा-पठक तेज हो गई है। दरअसल एक तरफ जहां हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने एनडीए छोड़ने का ऐलान किया है तो वहीं अब महागठबंधन को तगड़ा झटका देते हुए कांग्रेस के चार एमएलसी ने जेडीयू का दामन थाम लिया है। कांग्रेस के एमएलसी बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक चौधरी की अगुवाई में जेडीयू में शामिल हुए हैं। अशोक चौधरी के अलावा जिन एमलसी ने कांग्रेस छोड़ी है उसमे दिलीप चौधरी, रामचंद्र भारती और तनवीर अख्तर शामिल हैं। पार्टी छोड़ने के बाद अशोक चौधरी ने कांग्रेस के महामंत्री बिहार के प्रभारी सीपी जोशी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वो पार्टी को तितर-बितर कर रहे थें।
चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी के नजदीकी होने का जोशी ने गलत फायदा उठाकर हमारे खिलाफ षड्यंत्र रचा। एक व्यक्ति विशेष यानि की बाबा कादरी को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाकर हमें पार्टी छोड़ने पर मजबूर कर दिया गया। जेडीयू से जुड़ने के सवाल पर चौधरी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार बिहार के सर्वश्रेष्ट मुख्यमंत्री हैं और मैं भविष्य के लिए कांग्रेस को चुनौती देता हूं। गौरतलब है कि अशोक चौधरी गुट ने कल शाम विधान परिषद के उपसभापति हारुन रशीद को अर्जी देकर सदन में अलग गुट के रूप में मान्यता देने की अपील की थी। चौधरी गुट का ये फैसला सार्वजनिक होने के साथ ही बिहार कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष बाबा कादरी ने चारों नेताओं अशोक चौधरी, दिलीप चौधरी, रामचंद्र भारती और तनवीर अख्तर को पार्टी से निष्कासित कर दिया था, जिसके बाद ये लोग जेडीयू में शामिल हो गए।