- संवाददाता, भारत खबर
बिहार। चमकी बुखार जानलेवा होता जा रहा है अब तक बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं के ठीके स उपलब्ध न हो पाने से 108 बच्चों की मौत हो चुकी है। अब तक बीमारी की चपेट में आकर 108 बच्चों की मौत हो चुकी है।
बिहार में बच्चों के पोषण से जुड़ी योजनाओं की नाकामी और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में बीमारी से निपटने के इंतजाम न होने से मौतों की संख्या में इजाफा हो रहा है। सीएम नीतीश कुमार ने सोमवार को मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) में भर्ती बच्चों का हाल जाना और पीड़ित परिजनों से बातचीत की।
अधिकारियों का कहना है कि जिन बच्चों की मौत हुई है, उनमें लगभग सभी 10 वर्ष से नीचे के हैं। एईएस के लिए लीची में मौजूद टॉक्सिन्स (विषैले तत्वों) को भी जिम्मेदार माना जा रहा है। मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में अब तक 89 बच्चों की मौत हो चुकी है। वहीं, ट्र्स्ट द्वारा संचालित केजरीवाल मैत्री सदन अस्पताल में 19 मौतें हुई हैं। अभी 330 बच्चों का इलाज चल रहा जबकि 100 बच्चों को डिस्चार्ज किया जा चुका है।