पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव इन दिनों राजनीतिक गतिविधियों से दूरी बनाएं हुए है। हालांकि बीच-बीच में मोदी की तारीफ करके वो सुर्खियां बटोरते रहते हैं लेकिन प्रदेश की सियासत से नदारद नजर आ रहे हैं। दरअसल बिहार विधानसभा के 96 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मंगलवार को बिहार विधानमंडल परिसर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस मौके पर विधानसभा से लेकर विधान परिषद के सदस्यों के अलावा बिहार के मुख्यमंत्री और बड़ी संख्या में निवर्तमान सदस्यों ने भी अपनी उपस्थति दर्ज कराई पर लालू यादव का परिवार मौके से नदारद दिखें।
लालू यादव के परिवार के किसी सदस्य के इसमें हिस्सा नहीं लेने से प्रदेश में राजनीति का नया दौर शुरू हो गया है। लालू के परिवार से फिलहाल तीन लोग विधानमंडल के सदस्य हैं। खुद राबड़ी देवी एमएलसी हैं जबकि उनके दोनों बेटे बिहार विधानसभा के सदस्य हैं।
इसके बावजूद इस कार्यक्रम में किसी की मौजूदगी नहीं दिखी। यानी न तो राबड़ी देवी दिखीं और न ही उनके दोनों बेटे तेजप्रताप और तेजस्वी। इस मौके पर जहां राजद नेता और लालू यादव के सबसे नज़दीकी माने जाने वाले विधानसभा सदस्य भोला यादव ने सफ़ाई देते कहा कि यूपी में चुनाव प्रचार को लेकर व्यस्तता के चलते इस कार्यक्रम में लालू के परिवार के कोई इसमें नहीं आए। वहीं कार्यक्रम में लालू के परिवार के किसी सदस्य के नहीं आने से जदयू नेता भी परेशान दिखे। इसे देखते हुए राजग के नेताओं ने इशारों ही इशारों में लालू परिवार की गुमशुदगी पर चुटकी भी ली ।