बिहार। बिहार में बीजेपी को घेरने के लिए लालू प्रसाद यादव आए दिन नए हथकंडे अपना रहे हैं। लेकिन देखने वाली बात यह है कि 27 अगस्त को आरजेडी प्रमुख लालू यादव बीजेपी के खिलाफ महारैली करने वाली है। अपनी रैली में उन्होंने सभी विपक्षी दलों को न्यौता दिया है। पर सवाल यह उठ रहा है कि क्या लालू यादव को इस वक्त अपनी रैली की तरफ ध्यान देना चाहिए या फिर उनका ध्यान बाढ़ की तरफ होना चाहिए।
दरअसल इन दिनों बिहार बाढ़ की चपेट में आ रखा है। लोगों को बाढ़ के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ के कारण बिहार में ऐसी स्थिति हो गई है कि अब लोगों को अपने घरों को भी छोड़ना पड़ रहा है। बाढ़ के कारण लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं। लेकिन बावजूद इसके लालू यादव ने अपनी रैली को टालने से मना कर दिया है। उनका कहना है कि बीजेपी के खिलाफ रविवार को होने वाली रैली को टाला नहीं जाएगा। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर बोलते हुए कहा है कि सीएम नीतीश कुमार बाढ़ के कारण संवेदनहीन हो चुके हैं।
लालू का कहना है कि अगर रैली को टाला जाता है तो क्या बाढ़ खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा है कि अगर रैली नहीं करते हैं तो बिहार में बाढ़ का कहस खत्म नहीं होगा। पत्र निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने लालू पर तंज कसते हुए कहा है कि इस वक्त उन्हें बाढ़ से प्रभावित लोगों के बारे में सोचना चाहिए, उन्होंने कहा है कि लालू यादव वोटरों के बारे में नहीं सोच रहे हैं बलकि अपने रैली करने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा है कि वोटरों के कारण ही आरजेडी में विधायक और सांसद बने हैं और लालू यादव उन्हीं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। आपको बता दें कि बुधवार को डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने लालू यादव पर तंज कसते हुए कहा था कि इस वक्त आरजेडी प्रमुख लालू यादव को रैली को छोड़ कर बाढ़ से प्रभावित लोगों की तरफ ध्यान देना चाहिए।