नई दिल्ली। बिहार में सत्तारुढ़ महागठबंधन के बीच बढ़ रही दूरियो के बीच नीतीश कुमार की पीएम मोदी से करीबियां देखने को मिल रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वर्तमान मे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की विदाई पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से शनिवार को दी जा रही पार्टी में शामिल होने पटना से दिल्ली आएंगे। पार्टी का आयोजन दिल्ली के हैदराबाद हाउस में किया गया है नीतीश कुमार विपक्ष के अकेले ऐसे मुख्यमंत्री होंगे जो पीएम मोदी की ओर से दी जा रही पार्टी में शामिल होने आएंगे।
सूत्रों से ये जानकारी मिली है कि सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को डिनर में शामिल होने का न्योता भेजा गया है। लेकिन शुक्रवार देर शाम तक अधिकतर मुख्यमंत्रियों का कहना था कि डिनर में शामिल होने के लिए उनका राजधानी आने का कोई क्रार्यक्रम नहीं है। वहीं, कुछ का कहना है कि उन्हें अभी तक निमंत्रण नहीं प्राप्त हुआ है। सूत्रों के मुताबिक केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन शनिवार को आयोजित एक पार्टी मीटिंग के लिए दिल्ली आ रहे हैं, लेकिन वह डिनर पार्टी में शामिल नहीं होंगे। नीतीश कुमार के अलावा जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू भी डिनर में शामिल हो सकते हैं। यह दोनों पार्टियां ही एनडीए में बीजेपी की सहयोगी हैं।
जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव के सी त्यागी के मुताबिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के सम्मान में पीएम मोदी की ओर से दी जा रही फेयरवेल डिनर में शामिल होंगे। इसके अलावा बिहार जेडीयू के अध्यक्ष बशिष्ठ नारायम सिंह ने नीतीश के फेयरवेल में शामिल होने की पुष्टि की है। जबकि नीतीश कुमार की पार्टी में मौजूदगी के बाद नीतीश कुमार की बीजेपी से करीबी की अटकलें लगाई जाने लगी है, वह भी ऐसे समय जब नीतीश और लालू की पार्टी आरजेडी के बीच जुबानी जंग जारी है। त्यागी ने कहा, “नीतीश कुमार और प्रणब मुखर्जी के बीच खास रिश्ता है। यहां तक तक कि जब नीतीश कुमार एनडीए का हिस्सा थे, उन्होंने प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी का समर्थन किया था। दोनों के बीच के रिश्ते किसी से छुपे नहीं हैं।