- भारत खबर || नई दिल्ली
बिहार चुनाव की तैयारियां जोरों-शोरों पर हैं और बिहार की सियासत परवान चढ़ती दिखाई दे रही है। बिहार में आगामी चुनावों के लिए नामांकन का कार्य जारी है। इसी के साथ-साथ बिहार की राजनीति में नए रंग देखने के लिए मिल रहे हैं। लेकिन अभी यह जान पाना मुश्किल है कि LJP को रामविलास पासवान की पार्टी का समर्थन मिलेगा या नहीं। इस बात को लेकर बिहार की की सियासत काफी चर्चा में है LJP के सांसद चिराग पासवान इंतजार की घड़ियां देख रहे हैं कि उन्हें रामविलास पासवान की पार्टी का समर्थन मिलेगा या नहीं।
इसी के चलते बिहार की राजनीति में एक नया प्रसंग सुनने में आया है। बताते चलें कि चिराग पासवान की पार्टी की तरफ से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर टिप्पणियां की जा रही है। LJP के समर्थकों ने पोस्टर के जरिए अपना एक नारा जारी किया है। LJP के समर्थकों के द्वारा जारी किए गए यह पोस्टर बिहार की सियासत में बड़ी चर्चा का विषय बन गया है। बताते चलें कि एलजेपी के समर्थकों ने इस पोस्टर में एक नारा जारी किया है।
“मोदी से कोई बैर नहीं, नीतीश तेरी खैर नहीं.”
इस पोस्टर में एलजेपी के कार्यकर्ताओं ने यह कहा कि भारतीय जनता पार्टी से उनकी किसी भी प्रकार की नाराजगी नहीं है। उनकी नाराजगी जेडीयू से है। एलसीडी समर्थकों ने इस पोस्टर के माध्यम से यह बताया गया है कि नीतीश के लिए कुर्सी पहली प्राथमिकता है। जबकि एलजेपी और भाजपा के लिए पहली प्राथमिकता बिहार है। गौरतलब है कि राजस्थान के बीते विधानसभा चुनाव के दौरान भी ऐसा ही एक नारा काफी चर्चित हुआ था। जो राजनीति में बेहद चर्चा का विषय बना था। तब यह नारा लगाया गया था।
‘मोदी से बैर नहीं, वसुंधरा तेरी खैर नहीं’
एक तरफ बिहार की चुनावी तैयारियां चल रही हैं। दूसरी ओर रामविलास पासवान के स्वास्थ्य बिगड़ने की खबर आ रही है। एलजेपी सांसदों द्वारा शाम को बैठक आयोजित चुनावी मुद्दों पर विशेष चर्चा की जाएगी और अभी इस बात का जाहिर होना बाकी है कि एलजेपी को रामविलास पासवान की पार्टी का समर्थन मिलेगा या नहीं। सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि समर्थन ना मिलने पर एलजेपी अकेले भी चुनाव लड़ सकती है।