पटना। संजय लीला भंसाली द्वारा निर्मित चित्तौड़गढ़ के इतिहास को एक बार फिर सबके सामने उजागर करती फिल्म पद्मावती की रिलीजिंग को लेकर अब बिहार में भी विरोध शुरू हो गया है। फिल्म की रिलीज डेट जितनी नजदीक आती जा रही है फिल्म पर उतने ही खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। कई राजपूत संगठनों का कहना है कि फिल्म में राजपूतों के इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है। इसी मामले में अब बिहार के उद्योग मंत्री जयकुमार सिंह के बाद बीजेपी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह भी उतर आए हैं। बीजेपी विधायक ने धमकी देते हुए कहा कि पद्मावती फिल्म को बिहार में रिलीज नहीं होने देंगे, क्योंकि इस फिल्म में दाउद इब्राहिम के पैसे लगे हैं और इसमें हिंदू संस्कृति पर हमला किया गया है।
विधायक ने कहा कि पद्मावती को बिहार के सिनेमाघरों में दिखाने नहीं दिया जाएगा। आपको बता दें कि इससे पहले बिहार के उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा था कि रानी पद्मावती के इतिहास को अगर फिल्म में तोड़-मरोड़कर दिखाया गया तो हम इसका विरोध करेंगे, क्योंकि रानी पद्मावती एक आदर्श के रूप में इतिहास में स्थापित है। उन्होंने कहा था कि वो जाति और धर्म से ऊपर है। उनके इतिहास को गलत ढंग से दिखाना जन भावनाओं के साथ खिलवाड़ होगा। हालांकि उन्होंने कहा था कि वो फिल्म देखने के बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचेंगे।
फिल्म पद्मावती का पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। विरोध करने वाले लोगों का कहना है कि फिल्म में रानी पद्मावती को कई जगहों पर नाचते हुए दिखाया गया है जो कि गलत है। इस प्रकार रानी पद्मावती को नीचा दिखाया गया है और इतिहास से छेड़छाड़ की गई है। रानी पद्मावती हम राजपूतो के लिए त्याग, तपस्या, बलिदान की प्रेरणस्त्रोत है, जो कि पूज्यनीय है। फिल्म पद्मावती से हमारी आस्था को गहरी ठेस पहुंची है। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि अल्लाउद्दीन खिलजी को फिल्म में महान बताया गया है जो कि पूरी तरह से गलत है।