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चार साल पूरे होने पर योगी सरकार की बड़ी तैयारी, जिले भर में होंगे कार्यक्रम

चार साल पूरे होने पर योगी सरकार की बड़ी तैयारी, जिले भर में होंगे कार्यक्रम

लखनऊ: योगी आदित्यनाथ की सरकार 19 मार्च को बड़ा जश्न मनाने की योजना में है, सरकार के चार साल पूरे होने पर कई कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी है।

विकास पुस्तिका का होगा विमोचन

योगी आदित्यनाथ सराकर की उपलब्धियों पर लिखी विकास पुस्तिका का विमोचन करेगें, इस कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद रहेंगे। इस विकास पुस्तिका में चार वर्षों का पूरा लेखा-जोखा होगा। जनता के बीच सरकार के कामकाज को ले जाने के लिए बीजेपी ने यह अनोखा रास्ता अपनाया है।

योगी से सीएम तक का सफर

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च को प्रदेश के मुखिया के तौर पर कमान संभाली थी। बीजेपी के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि थी क्योंकि लंबे समय से उनके पास राज्य सरकार की कमान नहीं थी। सपा और बसपा के आगे बीजेपी की स्थिति सही नहीं रहती थी। 2014 में मोदी राज आने के बाद सब कुछ बदलने लगा, घड़ी बीजेपी का समय बताने लगी।

विधानसभा चुनाव हुए और भारतीय जनता पार्टी प्रदेश की सबसे लोकप्रिय पार्टी बनकर उभरी। मुख्यमंत्री की रेस में कई चेहरे थे, लेकिन बाजी गोरखनाथ मंदिर के महंत और सांसद योगी आदित्यनाथ ने मारी। प्रदेश के 22वें मुख्यमंत्री के तौर पर योगी ने शपथ ली, 2021 में 19 मार्च के दिन योगी सरकार अपने चार साल पूरे कर रही है। इसके चलते प्रदेश में कई कार्यक्रम भी आयोजित किए जाने हैं।

जनपदों में लगेगी विकास प्रदर्शनी

प्रदेश के सभी जनपदों में विकास प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी, इसके द्वारा सभी लोगों को सरकार के कामकाज और उपलब्धियों के बारे में बताया जायेगा। क्षेत्र के कार्यकर्ता और नेतागण इस कार्य को पूरा करने में मदद करेंगे। प्रभारी मंत्री अपने संबंधित क्षेत्र की प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे, साथ ही प्रेसवार्ता के माध्यम से आम जनता के बीच सरकार के विजन को रखेंगे।

19 से 26 मार्च के बीच कई कार्यक्रम

बीजेपी अपने चार सालों को गौरवमयी बनाने की पूरी कोशिश में लगी है, कई कार्यक्रमों के माध्यम से जनता के बीच जाने की योजना है। प्रदेश महामंत्री सुब्रत पाठक और अवध के प्रभारी महामंत्री अमरपाल मौर्य को कार्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी गई है। आने विधानसभा चुनाव से अपनी जमीन को और मजबूत करने में यह कदम मददगार साबित हो सकता है।

विपक्ष ने भी अभी से अलग-अलग मंचों का सहारा लेकर चुनावी अभियान की तैयारी करनी शुरु कर दी है। ऐसे में आने वाला विधानसभा का चुनाव सभी के लिए बड़ी चुनौती वाला हो सकता है।

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