वाराणसी: वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने आम जनता को राहत देने के लिए नई पहल की है। उन्होंने निर्देश जारी किया है कि उनकी सरकारी गाड़ी का न तो हूटर बजेगा और न ही उनके लिए अलग से ट्रैफिक रोका जाएगा।
इसके साथ ही पुलिस कमिश्नर जनता से आम तरीके से ही मुलाकात करेंगे और उनकी समस्याओं का निदान करेंगे।
फुल फार्म में आ गए गणेश
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ, प्रयागराज के साथ ही कानपुर और वाराणसी में भी कमिश्नरेट प्रणाली लागू कर दी थी। इसी के साथ उन्होंने कानपुर के लिए असीम अरुण को पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया था जबकि वाराणसी से लिए उन्होंने ए. सतीश गणेश को पदभार सौंपा था।
वाराणसी में पुलिस कमिश्नर का पदभार ग्रहण करते ही ए. सतीश गणेश फुल फार्म में आ गए थे। उन्होंने बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगाने के बाद अपना काम शुरू कर दिया था। उन्होंने काशी की जनता से साफ कहा था कि अब उनको बनारस में नया बदलाव देखने को मिलेगा।
पुलिस कमिश्नर ने किए कई वादे
ए. सतीश गणेश ने कहा था कि शहर की यातायात व्यवस्था सुधारने के साथ-साथ कानून व्यवस्था को भी सुधारा जाएगा। पुलिस कमिश्नर ने कहा था कि अपराध नियंत्रण, महिला सुरक्षा, साइबर क्राइम पर भी विशेष ध्यान रखा जाएगा।
पुलिस कमिश्नर ने जनता को आश्वासन देते हुए कहा था कि जनता को पुलिस कमिश्नर सिस्टम से एक अलग ही आभास होगा। बता दें कि वाराणसी में कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने से काशी में बदलाव दिख रहा है। जहां पुलिस अब ज्यादा जवाबदेह दिख रही है, वहीं पुलिसिया भ्रष्टाचार में भी काफी हद तक अंकुश लगा है।
कमिश्नर प्रणाली के ये हैं लाभ
पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद अब कानून व्यवस्था से जुड़े मामलों में प्रशासनिक अधिकारियों का दखल अब खत्म हो जाएगा। इससे पुलिस कमिश्नर या पुलिस आयुक्त को अब मजिस्ट्रेट के बराबर अधिकार और शक्ति मिल जाएगी।
इससे साथ ही इससे तीव्रता से मामले निपटेंगे और कानून व्यवस्था में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा। पुलिस कमिश्नर प्रणाली से लाठीचार्ज, फायरिंग, गिरफ्तारी का आदेश देना और धारा-144 का आदेश देने का अधिकार अब पुलिस कमिश्नर के हाथ में होगा।