पटना। लालू यादव की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव जो की लालू प्रसाद के बेटे है। मई महिने के आखिरी दिनों में लालू यादव की बिगड़ गई थी जिसके बाद उनके उपचार के लिए (IGIMS) के तीन डॉक्टरों और दो नर्सों की टीम को लालू यादव के स्वास्थ्य को देख रेख के लिए तैनात किया गया था। मीडिया में खबर लिक होने के बाद डॉक्टरों को वहां से भगा दिया गाय है।
लालू यादव के घर पर डॉक्टरों के जिस स्टाफ को तैनात किया गया था ,उस टीम को अस्पताल में मरीजों का इलाज करना था लेकिन वह आम लोगों को छोड़कर पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की सेवा करने में लगे हुए थे। जब बेटा स्वास्थ्य मंत्री है तो डॉक्टरों की सेवा क्यों नहीं करेंगे। जहां बिहार के अस्पतालों की हालत खस्ता है। इस बार बेटे के रुतबा दिखाने के चक्कर में फस गए लालू यादव ।
(IGIMS) के मेडिकल सुप्रिंडेंट डॉ पीके सिन्हा का कहना है की कोई भी डॉक्टरों की टीम लालू यादव के घर पर स्थायी तौर पर तैनात नहीं थी,वहां पर वह लोग सुबह-शाम की देख रेख के लिए ही तैनात थे,तेजप्रताप बिहार के स्वस्थ्य मंत्री है हम उनको किसी भी चीज के लिए मना नहीं कर सकते है। (IGIMS) के चेयरमैन भी है तो उन्हें प्राथमिकता तो मिलेगी ही। एमएस ने यह भी कहा की आम आदमी और चेयरमैन में फर्क तो होता ही है।