एक तरफ जहां मध्यप्रदेश के मंदसौर में पुलिस की फायरिंग के बाद मारे गए किसानों की आग अभी थमी ही नहीं थी कि एक बार फिर से बीजेपी विवादों के कटघरे में खड़ी हो गई है। यहां लोगों ने बीजेपी पर जबरदस्ती का आरोप लगाया है। लोगों का आरोप है कि बीजेपी जबरदस्ती उनके घरों की दीवारों पर ‘मेरा घर, बीजेपी का घर’ का स्लोगन लिख रही है। यह राजधानी भोपाल में कुछ घरों की दिवारों पर स्लोगन लिखा गया है। जिसके बाद लोगों ने बीजेपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है और इसकी जांच की मांग की है। लोगों का आरोप है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं या नेताओं ने एक बार भी उनके घरों की दीवारों पर यह स्लोगन लिखने से पहले घरों के मालिकों से नहीं पूछा है।
कांग्रेस समर्थकों का कहना है कि उनके बिना पूछे जब वह अपने घर पर नहीं थे तब उनके घरों की दीवारों पर बीजेपी कार्यकर्ताओं या नेताओं द्वारा यह स्लोगन लिखा गया है। जानकारी के अनुसार जिन घरों पर यह स्लोगन लिखे गए हैं उसमें के कुछ घर कांग्रेस समर्थकों के हैं। ऐसे में लोगों ने बीजेपी के खिलाफ खासा नाराजगी जाहिर की है। वही कांग्रेस समर्थकों का पलटवार करने से भी बीजेपी पीछे नहीं हटी है। कांग्रेस का पलटवार करते हुए बीजेपी नेता राहुल कोठारी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं का उत्साह में होने की बात कही है।
राहुल कोठारी के अनुसार बीजेपी कार्यकर्ताओं या नेताओं द्वारा उनके घरों में यह स्लोगन लिखा भी गया है तो सिर्फ इसलिए क्योंकि वह उत्साह में हैं और क्षेत्र का विकास ही तो हुआ है इस में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा यह स्लोगन लिखने में कुछ गलत नहीं है। वही कांग्रेस के साथ साथ स्थानीय लोगों ने भी बीजेपी की इस हरकत का सख्त विरोध किया है। आपको बता दें कि मंदसौर में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने सीएम शिवराज सिंह चौहान के आदेश के बाद गोलियां चलाई गई थी जिसमें 6 किसानों की मौत हो गई थी।
कांग्रेस के साथ साथ आम लोगों का भी कहना है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं या नेताओं द्वारा की गई यह हरकत बेहद ही गलत है। वही बीजेपी की इस हरकत के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर इसकी प्रतिक्रियाएं देना शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया पर लोग पीएम मोदी को कांग्रेस के हर दस्तावेज पर अपना नाम लिखाना चाहिए का पोस्ट कर रहे हैं। आपको बता दें कि किसानों पर गोली चलाने के बाद से ही बीजेपी हर किसी के निशाने पर है। ऐसे में बीजेपी को चारों तरफ से घेरा जा रहा है। बरहाल बीजेपी एक बार फिर से विवादों के कटघरे में खड़ी हो गई है।