वाराणसी: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए अलग-अलग प्रयोग कर रही है। इसी क्रम में सोमवार से भाजपा गद्दी छोड़ो अभियान की शुरुआत की जा रही है।
वाराणसी में कांग्रेस ‘भाजपा गद्दी छोड़ो’ अभियान के तहत तीन दिवसीय प्रदर्शन करेगी। कांग्रेसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में बढ़ती महंगाई, कानून व्यवस्था को लेकर सड़क पर उतरेंगे।
प्रदेश की सभी तहसीलों में मार्च
गौरतलब है कि लखनऊ में ‘भाजपा गद्दी छोड़ो’ अभियान कांग्रेस पार्टी के द्वारा मोहनलालगंज और मलिहाबाद क्षेत्र में चलाया जाएगा। प्रदेश की तहसीलों में अगले 2 दिनों तक ऐसा ही मार्च निकालने की तैयारी है। चुनावी अभियान को अब और मजबूती से आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस पार्टी जनता के बीच जा रही है। महंगाई, बेरोजगारी, ब्लॉक प्रमुख चुनाव में हिंसा, महिला सुरक्षा जैसे मुद्दे पर योगी सरकार को लगातार घेरने की कोशिश हो रही है।
इसी अभियान के तहत जनता के बीच जाकर कांग्रेस के लिए जनसमर्थन जुटाने की भी कोशिश कर रही है। बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मात्र 7 सीटें मिली थी। ऐसे में उनके लिए आने वाला चुनाव आसान नहीं होने वाला है। इसीलिए कांग्रेस पार्टी अभी से जमीनी पकड़ को मजबूत करने में लगी हुई है।
वाराणसी का बदला समीकरण
वहीं, बात अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की करें तो 2014 के बाद से काशी में बहुत कुछ बदल गया। पीएम मोदी यहां से पहली बार चुनाव लड़ने आए। इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में एकतरफा भाजपा और उनके सहयोगी दलों ने यहां जीत दर्ज की। जिले की कुल 8 विधानसभा सीटों में 6 बीजेपी और दो उनके सहयोगी दल को मिली।