तिरूवनंतपुरम। केरल सरकार ने राज्य के सभी संस्थानों में गणतंत्र दिवस को लेकर सर्कुलर जारी किया है, जिसके बाद विवाद खड़ा हो सकता है। इस सर्कलर में कहा गया है कि राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों, स्कूल और कॉलेजों में तिरंगे झंड़े का झंडारोहण अलग-अलग विभागों के विभागाध्यक्ष ही करेंगे। बता दें कि केरल सरकार ने ये निर्देश ऐसे समय पर जारी किया गया है जब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत पलक्कड जिलें में एक मैनेजमेंट स्कूल में तिरंगा झंड़ा फहराने वाले हैं, इस सर्कूलर के जारी होने के बाद अब उन्हें झंड़ा फहराने की आधिकारिक अनुमति नहीं होगी।
सर्कुलर को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय का कहना है कि ये दिशा-निर्देश केंद्र के वर्तमान नियमों और निर्देशों के आधार पर जारी किया गया हैं। वहीं इस सर्कुलर को जारी करने वाले सामान्य प्रशासन विभाग ने कहा कि इसमें कुछ भी नया नहीं है और ऐसे निर्देश पहले भी जारी किए जाते रहे हैं। बता दें कि पिछले साल 15 अगस्त को भागवत ने पलक्कड से छह किलोमीटर दूर एक सरकारी स्कूल में तिरंगा झंड़ा फहराया था।
इसी कड़ी में उन्होंने एक बार फिर गणतंत्र दिवस पर आरएसए द्वारा संचालित भारतीय विद्या निकेतन में झंडा फहराने की योजना बनाई थी। भागवत का पिनयारी विजयन के नेतृत्व वाली वाममोर्चा सरकार के साथ पिछले साल विवाद हो गया था। भागवत ने उस समय जिलाधिकारी के आदेश का उल्लंघन करते हुए सरकारी स्कूल में झंडा फहराया था। डीएम ने सरकारी स्कूलों में झंडा फहराने के नियमों का हवाला दिया था। इसी को देखते हुए आएसएस ने अपने द्वारा संचालित एक स्कूल में यह कार्यक्रम करने जा रही है।