- भारत खबर || नई दिल्ली
भगवान शनिदेव Bhagwan Shanidev को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन की विशेष रूप से विधि-विधान अनुसार पूजा की जाती है। शनिवार के दिन भगवान शनिदेव Bhagwan Shanidev की पूजा करें शनिदेव की कृपा सदा बनी रहती है व आपके कार्यों में बाधा उत्पन्न करने वाले दोस्तों से छुटकारा मिलता है।
यदि आपको अपने किसी कार्य को करने में बाधा उत्पन्न हो रही है अर्थात नकारात्मक ऊर्जा का आपके ऊपर प्रभाव पड़ रहा है। तो आप शनिवार के दिन भगवान शनिदेव की आराधना कर अपने सभी बिगड़े हुए कामों को सुधार सकते हैं। शनिवार के दिन भगवान शनिदेव की विशेष रूप से पूजा की जाती है। हिंदू धर्म ग्रंथों में भी भगवान शनिदेव की पूजा का विशेष महत्व है। शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है।
यदि शनि के प्रकोप के कारण आपके क्रियाकलापों में बाधा आ रही है । यदि शनिदेव आप से नाराज हैं, तो आप इस विधि के अनुसार शनि महाराज की पूजा कर उन्हें प्रसन्न् कर सकते हैं। ऐसा करने से शनि महाराज प्रसन्न होंगे। आपके सभी बिगड़े कार्य व सभी मनोरथ सफल होंगे। आइए जाने कैसे करें शनिदेव की पूजा।
शनिदेव की पूजा करने के लिए इस विधि को अपनाने से लाभ की प्राप्ति होग। आपको अपने दोषों से छुटकारा मिलेग। बताते चलें कि शाम के समय सूर्यास्त के बाद भगवान शनिदेव की पूजा करने का विशेष विधान है। अर्थात सूर्य देव के अस्त हो जाने के बाद शनिदेव की पूजा की जाती है।
भगवान शनिदेव को प्रसन्न करने के लिये पूजा की विधि
भगवान शनिदेव Bhagwan Shanidev की पूजा करने के लिए नीले या काले आसन पर बैठकर पूजा करें। भगवान शनिदेव की प्रतिमा के आगे तिल के तेल का दीपक जलाएं। Bhagwan Shanidev की प्रतिमा पर सरसों का तेल इत्यादि चढ़ाएं। इसी के साथ पश्चिम दिशा की ओर मुंह फेर कर प्राणायाम करें। आप इस प्रक्रिया को हर शनिवार को घर में या अपने निवास स्थान के निकट मंदिर में जाकर करें। आप अपनी अपने जीवन में आ रही बाधाओं के लिए शनि देव से प्रार्थना करें वह क्षमा याचना करें।
पूजा करते समय इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि भगवान शनिदेव की पूजा सूर्योदय से पहले अथवा सूर्यास्त के बाद की जाती है। अपने मन को अन्य कामों से परे हटा कर शांत रखें व इसके पश्चात शनिदेव की पूजा आराधना करें। शनिदेव की पूजा करने के बाद शनि चालीसा का पाठ करें व नि देव की आरती करें।
ऐसा करने से आपको अपने सभी दोषों से व सभी बाधाओं से छुटकारा मिलेगा। भगवान शनिदेव आपसे प्रसन्न होंगे। आपको विशेष लाभ की प्राप्ति होगी।