- भारत खबर || नई दिल्ली
गिलोय का औषधियों में भारी मात्रा में प्रयोग किया जाता है। आयुर्वेदिक औषधियों में भी गिलोय की सहायता ली जाती है। सबसे पहले महत्वपूर्ण बात यह है गिलोय क्या है। और गिलोय किस प्रकार के फायदे होते हैं। आइए जानें आमतौर पर गिलोय को सभी लोग जानते हैं व सभी लोग गिलोय से परिचित हैं। लेकिन बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्होंने गिलोय का नाम ही पहली बार सुना है और उनके अंतर मन में जिज्ञासा होती है कि आखिर ये गिलोय क्या है। आज हम गिलोय से जुड़ी तमाम जानकारियों से आपको अवगत कराएंगे।
बताते चलें कि गिलोय के बारे में आयुर्वेदिक ग्रंथों में विशेष चर्चा की गई है व आयुर्वेद में गिलोय को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। आयुर्वेद में गिलोय को रसायन के नाम से भी पुकारा जाता है। इसे एक रसायन के रूप में माना है जो मनुष्य के स्वास्थ्य को कम बनाए रखने के लिए लाभकारी है।
गिलोय का प्रयोग औषधियों को बनाने के लिये अधिक किया जाता है। गिलोय के पत्ते स्वाद में बेहद कड़वे और तीखे होते हैंऔर थोड़ा बकबकापन उनके अंदर होता है। गिलोय का उपयोग वात, पित्त और कफ आदि बीमारी को ठीक करने के लिए किया जाता है। ज्वर जैसी बीमारियों में भी गिलोय को उबालकर इसके रस को रस का सेवन कर उसका उपचार किया जाता है। गिलोय हमारी पाचन शक्ति को मजबूत बनाने में सहायता करती है। और जब हमारी पाचन क्रिया मजबूत हो जाती है तो हमें अच्छी भूख लगती है।
इससे भोजन पचाने में भी आसानी होती है। इसी के साथ गिलोय आंखों के लिए बेहद लाभकारी है। गिलोय का सेवन करते रहने से हमारी आंखों की रोशनी सदा बनी रहती है। आंखों पर बाहर रेडिएशंस का प्रभाव नहीं पड़ता। बताते चलें कि पीलिया जैसी खतरनाक बीमारी को भी गिलोय के द्वारा नष्ट किया जाता है और गिलोय हमारे शरीर में वीर्य की वृद्धि करती है। इससे मस्तिष्क का विकास होता है। इसी के साथ-साथ गिलोय का प्रयोग महिलाओं की शायरी बीमारी को भी ठीक करने के लिए किया जाता है। जो कि बेहद लाभकारी सिद्ध होती है।