शैलेंद्र सिंह, लखनऊ: देश हो चाहे कोई राज्य, जब चुनाव आते हैं तो गरीबों की मदद के लिए हजारों हाथ उठते दिखाई देते हैं। मगर, जब चुनाव खत्म हो जाते हैं या चुनाव की स्थिति नहीं होती है तो उस समय क्या होता है, इससे शायद ही कोई अंजान हो।
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गरीबों को न्याय दिलाने के लिए देशभर में कई सामाजिक संस्थाएं काम कर रही हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश में एक ऐसी संस्था अपने कदम जमा रही है जो गरीबों की न सिर्फ मदद करने के लिए आगे आ रही है बल्कि यूपी सरकार की हर योजना को उनके घर तक पहुंचाने का संकल्प लेकर काम कर रही है।
भारत खबर से खास बातचीत
इस समाजसेवी संस्था का नाम है- बीइंग वूमेन यूथ डेवलपमेंट। इसकी स्थापना वर्ष 2006 में की गई थी। बीइंग वूमेन की संस्थापिका बीना मणि अवस्थी ने bharatkhabar.com के पत्रकार शैलेंद्र सिंह से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने संस्था की स्थापना का उद्देश्य और भविष्य के लक्ष्य के बारे में जानकारी दी।
हर नागरिक को न्याय और हक दिलाने का संकल्प
बीइंग वूमेन की स्थापना के उद्देश्य के बारे में बताते हुए संस्थापिका बीना मणि अवस्थी ने कहा कि, इस संस्था की शुरुआत करने का हमारा एक ही संकल्प है कि हम उत्तर प्रदेश के हर नागरिक को न्याय और उसका हक दिलाने की हमेशा प्रयासरत रहेंगे। हमने देखा है कि जो गरीब लोग हैं, उन्हें न्याय नहीं मिल पाता। जो प्रदेश सरकार द्वारा योजनाएं चलाई जाती हैं, उनके घर तक नहीं पहुंच पाती हैं। अगर पहुंचती भी हैं तो उसकी आधी धनराशि भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों की जेब में चली जाती है।
अन्याय के खिलाफ उठाएंगे आवाज
उन्होंने कहा कि कई गांवों में तो ऐसे भी लोग मिले हैं, जिन्हें सरकार की योजनाओं की पूरी जानकारी ही नहीं, तो वो इसका लाभ कैसे और किससे मांगें। हमने यही ठाना है कि गांव के गरीब लोगों और जो सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के पात्र हैं बावजूद इसके उन्हें लाभ नहीं मिला, उनकी मदद करेंगे, उन्हें उनका हक दिलाएंगे। अगर किसी के साथ अन्याय हो रहा है तो हम इसके खिलाफ भी आवाज उठाएंगे और उसे न्याय दिलाएंगे।
हर गांव में नियुक्त कर रहे संस्था का प्रधान
संस्थापिका ने बताया कि हमारी संस्था अभी प्रदेश के चार जनपदों लखनऊ, सीतापुर, रायबरेली, लखीमपुर में काम कर रही है। इन जिलों के प्रत्येक गांव में हम संस्था की ओर से एक प्रधान नियुक्त कर रहे हैं। ग्रामीणों की जो भी समस्याएं होंगी वह इन प्रधानों को बताएंगे और प्रधान इसकी जानकारी संस्था के पदाधिकारियों को देंगे। इसके बाद ग्रामीणों की समस्याओं को हल करने के जिम्मेदारी संस्था के पदाधिकारियों की होगी, जिसे हर हाल में किया जाएगा।
बीइंग वूमेन संस्था का लक्ष्य
संस्था की प्रगति के बारे में संस्थापिका बीना मणि ने बताया कि, वर्ष 2006 से संस्था की शुरुआत की गई है और अब तक 10 हजार से ज्यादा लोग इसके सदस्य बन चुके हैं। प्रदेश के चार जिलों में संस्था लगातार काम कर रही है। हमारा उद्देश्य है कि आगामी दो साल में यह संस्था पूरे उत्तर प्रदेश में काम करे और 2 करोड़ लोगों को इसका सदस्य बनाया जाए। हमने सरकार की योजनाओं को गरीबों तक पहुंचाने, उनको उनका हक और न्याय दिलाने, भ्रष्टाचार को खत्म करने के उद्देश्य से बीइंग वूमेन यूथ डेवलपमेंट संस्था की शुरुआत की है और यह संस्था हर परिस्थिति में निरंतर अपना कार्य करती रहेगी।