नई दिल्ली। बेगम अख्तर को गजलों की दुनिया की मल्लिका कहा जाता था। ये एक मशहूर गायिका थी। बेगम अख्तर का पूरा नाम अख्तरी बाई फैजाबादी था। लेकिन बाद में इनका नाम बेगम अख्तर पड़ गया। बेगम अख्तर भारत की एक प्रसिद्ध गायिका थी जिन्होंने दादरा, ठुमकी और गजलों में महारत हासिल की थी। कला के क्षेत्र में उन्हें भारत ने सन 1975 में पद्म श्री से सम्मानित किया। उसके बाद उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। इतना ही नहीं संगीत और गजलों की दुनिया में उनका नाम आज भी जिंदा है। उनकी 103वीं जयंती पर शनिवार को गूगल ने भी उनका डूडल बना कर उन्हें याद किया।
सिगरेट पीने की थी लत
बता दें कि बेगम अख्तर को एक लत लगी हुई थी वो सिगरेट पीती थी। साथ ही उन्हें शराब पीने का भी शौक था। बेगम अख्तर को लेकर उनकी एक शिष्या हीरानंद का कहना है कि उनको सिगरेट की इतनी ज्यादा लत थी कि वो रमजान के वक्त भी जल्दी नमाज खत्म कर ने के बाद एक कप चाय पीने के बाद सिगरेट जला लेती थी। जब वो दो सिरगेट पी लेती उसके बाद जाकर आराम से बची हुई नमाज को पूरा करती थी।
6 बार देखी फिल्म पाकीजा
वहीं चेन स्मोकर बेगम अख्तर ने सिगरेट पीने की लत के दौरान पाकीजा फिल्म को 6 बार देखा था। जिस वक्त वो हॉल में फिल्म पाकीजा देखने गई तो उन्हें सिगरेट की तलब लगी। हॉल में किसी को भी सिगरेट पीने की इजाजत नहीं थी तो वो बाहर जाकर सिगरेट पीती थी। जिसकी वजह से फिल्म का कुछ भाग छूट जाता था तो वो अगले दिन जाकर फिल्म को दोबारा देखती थी। इसी तरह बेगम अख्तर ने फिल्म पाकीजा को छह बार देखा था।
कई पुरूस्कारों से किया गया सम्मानित
साथ ही बेगम अख्तर को उनकी गायकी के लिए ढेरों पुरस्कार मिले। उनकी याद में यूपी सरकार भी हर साल बेगम अख्तर पुरस्कार देती है जो कि ऐसे गायकों को दिया जाता है, जिसने ठुमरी व गजल गायकी में विशेष योगदान दिया हो। बताया जाता है कि उर्दू के मशहूर शायर जिगर मुरादाबादी के साथ उनकी बहुत गहरी दोस्ती थी। दोनों में खूब मजाक भी होती थी। बेगम अख्तर की शिष्या का कहना है कि वो जिगर को काफी छेड़ती थी। एक बार बेगम ने जिगर से कहा कि क्तना अच्छा होगा अगर हम दोनों शादी कर लें। हमारे बच्चों में मेरी आवाज और आपकी शायरी का अच्छा मेल होगा। इस बात पर जिगर हसने लगे और बोले कि अगर उनकी शक्ल मुझ पर गई तो क्या होगा।
रानी नक़वी