पपीता दिखने में जीतना अच्छा होता है खाने में भी उससे कहीं ज्यादा स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है। क्योंकि पपीता कम कैलोरी वाला सबसे ज्यादा लाभदायक फल है। यह अपने जीवाणुरोधी गुणों के लिए फेमस है और अच्छे पाचन को बढ़ावा देता है।
पपीता बीटा-कैरोटीन जैसे एंटीऑक्सीडेंट कैरोटीनॉयड का एक अच्छा स्रोत माना जाता है जो कि हमारी आंखों की रोशनी के लिये बेहद लाभदायक है। पपीते के साथ इसके पत्ते भी काफी ज्यादा लाभदायक हैं। पत्ते डेंगू बुखार में सबसे ज्यादा प्रभावी माने जाते हैं। फाइबर सामग्री में उच्च, यह कब्ज जैसी स्थितियों में भी लाभ पहुंचा सकता है। लेकिन ज्यादा पपीता खाना स्वास्थ्य के लिए साइड इफेक्ट्स भी हैं।
पाचन क्रिया हो सकती है खराब
पपीते में अधिक मात्रा में फाइबर सामग्री पाई जाती है। यह कब्ज के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है। अगर इसका सेवन अधिक मात्रा में किया जाए तो पेट खराब हो सकता है। क्योंकि इसकी फाइबर सामग्री पाचन तंत्र को खराब कर सकती है। ज्यादा पपीता खाने से पेट में सूजन, ऐंठन और मतली भी हो सकती है।
मधुमेह रोग के लिए भी घातक
पपीता रक्त शर्करा के लेवल को कम कर सकता है। ऐसी स्थिति मधुमेह के मरीजों के लिए घातक हो सकता है। इसे खाने से पहले डॉक्टर से सलाह आवश्य लें। यदि आप एक मधुमेह रोगी हैं और दवाओं का इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा कुछ लोगों को पपीते के सेवन से एलर्जी हो सकती है। कुछ प्रतिक्रियाओं में सूजन, चक्कर आना, सिरदर्द और खुजली आदि शामिल है। ऐसी स्थिति में पपीता का सेवन अधिक नहीं करना चाहिए।