UP News: भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने पर इन दिनों देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आजादी के अमृत महोत्सव के चलते देश की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ‘हर घर तिरंगा कार्यक्रम’ को भव्य रूप में मनाने के प्रतिबद्ध दिखाई दे रही हैं।
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ऐसे में उत्तर प्रदेश का सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग दो करोड़ राष्ट्रीय ध्वज खरीदेगा। एक राष्ट्रीय ध्वज की लागत 20 रुपये मानते हुए इनमें से डेढ़ करोड़ झंडे खरीदने के लिए MSME विभाग को पंचायती राज विभाग 30 करोड़ रुपये उपलब्ध कराएगा।
वहीं 50 लाख झंडे खरीदने के लिए नगर विकास विभाग की ओर से एमएसएमई विभाग को 10 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जाना तय हुआ हैं। पंचायती राज निदेशालय और निदेशक नगरीय निकाय पांचवें राज्य वित्त आयोग की सिफारिशों के क्रम में प्राप्त होने वाली धनराशि में से यह रकम एमएसएमई विभाग को उपलब्ध कराएंगे।
#Flagfact
भारतीय ध्वज की विशेषता
भारीतय राष्ट्रीय ध्वज के तीनों रंगों का अर्थ अलग-अलग है। केसरिया रंग बलिदान का प्रतीक है, सफेद रंग सत्य और शुद्धता का प्रतीक है और हरा रंग विश्वास और विकास का प्रतीक है।
आइए, #AazadiKaAmritMahotsav मनाएं, 13 से 15 अगस्त #HarGharTiranga फहराएं। pic.twitter.com/LbfORuF1Z3— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup)
इसी क्रम उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने एक ट्वीट किया हैं। डिप्टी सीएम ने अपने ट्वीट में लिखा कि भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को श्री पिंगली वैंकैया जी ने “ट्राइकलर” तीन रंगों में चित्रित किया था। पिंगली कृषक और सक्रिय स्वतंत्रता सेनानी के साथ जियोलॉजी में डॉक्ट्रेट थे और हीरे के खनन में विशेषता भी हासिल थी इसी वजह से उन्हें डायमंड वैंकैया नाम भी दिया गया।
तिरंगा तीन रंगो से मिलकर बना हैं। राष्ट्रीय ध्वज के तीनों रंगों का अर्थ अलग है। पहला रंग केसरिया बलिदान के प्रतीक को दर्शाता है। दूसरा सफेद रंग शुद्धता और सत्य प्रतीक को दर्शाता है। तीसरा हरा रंग विकास और विश्वास के प्रतीक को दर्शाता है। आइए आजादी का अमृत महोत्सव मनाए। और 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा फहराए।