बाराबंकी। केंद्र व राज्य सरकार कालेधन, रिश्वतखोरी जैसे कई ऐसे अपराधों के लिए लगातार कड़े कदम उठाती नजर आ रही है, लेकिन अधिकारी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे ही बाराबंकी जिले से रिश्वतखोरी का एक मामला सामने आया है। बाराबंकी जिला कारागार अधीक्षक ने मंगलवार देर रात को शराब के काफी नशे में धुत होकर अचानक राज्यमंत्री जय कुमार सिंह जैकी के घर पहुंच गए। मंत्री जैकी का आवास डालीबाग इलाके में स्थित है। जिला कारागार अधीक्षक को शराब के नशे में धुत देखकर मंत्री एक दम उफन पड़े। तो अधीक्षक ने तुरंत जेब से मोटी रकम का एक पैकेट अपनी जेब से निकाल कर मंत्री जय कुमार सिंह जौकी के हाथ में थमा दिया। तो मंत्री के कहने पर उनके बॉडीगार्ड ने अधीक्षक के नाम तुरंत हजरतगंज थाने में FIR दर्ज करा दी।
दरअसल सारा मामला सूबे की राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जिले का है। सूचना के मुताबिक पता चला है, कि जिला कारागार अधीक्षक उमेश कुमार मंगलवार रात लगभग 9:30 बजे कारागार एवं लोक सेवा प्रबंधक राज्यमंत्री जय कुमार सिंह जैकी के डालीबाग स्थित आवास पर गआ था, उस समय अधीक्षक काफी नशे में धुत था। तो मंत्री जय कुमार का उन्हें देखते ही खून खोल उठा और एक दम अधीक्षक पर चिल्ला पडे। जय कुमार के चिल्लाते ही कारागार अधीक्षक उमेश ने तुरंत मंत्री जी के हाथ में करीब 50 हजार रुपए का एक पैकेट थमा दिया। उस समय मंत्री जय कुमार के पास उनका एक बॉडीगार्ड मौजूद था, उसने मंत्री के आदेश देते ही तुरंत थाना हजरतगंज में जाकर कारागार अधीक्षक उमेश कुमार के नाम FIR दर्ज करा दी।
जिला कारागार अधीक्षक मंत्री के घर पहुंचे तो उनके स्टाफ ने पूछा कि क्या काम है, तो अधीक्षक ने काफी जरूरी काम बताते हुए आवास में अंदर चले गए। मंत्री के चिल्लाते ही उमेश कुमार ने 2000 व 500 के नोटों से भरा एक पैकेट उनकी टेबल पर रख दिया था। तो उन्होंने सुरक्षा कर्मीयों से अधीक्षक को पकड कर बहार निकालने को कहा तो इधीक्षक भाग निकला। मंत्री के सुरक्षाकर्मी काफू दूर तक उसके पीछे भागे लेकिन वह हाथ नहीं आया। फिलाल मंत्री जी ने अधीक्षक के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। लेकिन अभी यह साफ नहीं हो पाया है, कि जिला कारागार अधीक्षक मंत्री जी के पास किस काम के लिए आये थे और उन्होंने एक दम इतनी मोटी रकम किस काम को कराने के लिए मंत्री को दी थी। पुलिस अपनी आगे की जांच में जुटी है।