नई दिल्ली। पिछले कई दिनों से ग्राहकों के एटीएम और बैंक एकांउट हैक होने की खबरें सामने आ रही हैं। यहां सभी बैंक अपने एटीएम को ब्लाक कर रहे हैं। सरकार की सूचना प्रौद्योगिकी एजेंसी ने चार महीने पहले ही बैंक खातों और एटीएम की गोपनीय सूचना के लीक होने की चेतावनी बैंकों को दे दी थी। बार-बार चेतावनी देने के बाद भी बैंक साइबर क्राइम डिपार्टमेंट के भरोसे बैठी रहीं।
जुलाई में ही साइबर डिपार्टमेंट ने सूचना के क्षेत्र में साइबर हमले के निए चेतावनी दी थी जिसके परिणामस्वरूप बैंक खाता धारकों के 32.5 लाख एटीएम कार्डस पर खतरा मंडरा रहा है। इंडियन कंप्यूटर इमर्जेंसी रिस्पांस टीम (सीआईआरटी) ने 7अक्टूबर को भी बैकों को आगाह किया था कि पाकिस्तान भारत के द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक का बदला ले सकता है। सभी क्षेत्रों को सावधान रहने के लिए कह दिया गया था।
पाकिस्तान जवाबी कार्यवाही में सूचना एंव साइबर क्षेत्र को निशाना बना सकता है। सूत्रों के अनुसार सीआईआरटी के बैंकों को समय रहते अलर्ट करने के बावजूद के बावजूद इतनी बड़ी संख्या में बैंक खाता धारकों के खातों और एटीएम को खतरे में पड़ने से नहीं रोका जा सका। एजेंसी ने 20 अक्टूबर को फिर से भारतीय स्टेट बैंक, एक्सिस बैंक और एचडीएफसी बैंक को इस तरह के सभी मामलों के बारे में रिपोर्ट मांगी थी।