लखनऊ: बैंक कर्मियों द्वारा 2 दिन की हड़ताल 15 मार्च से शुरू हो रही है। इस हड़ताल के चलते 10 लाख बैंक कर्मी काम नहीं करेंगे। निजीकरण का विरोध कर रहे बैंक कर्मी सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाना चाहते हैं। इसीलिए संगठित होकर राष्ट्रव्यापी हड़ताल करने की योजना बनाई है।
देशभर में प्रभावित रहेंगी बैंकिंग सेवाएं
यह हड़ताल राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जा रही है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंकिंग यूनियन की तरफ से इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ऐलान किया गया है। इस यूनियन में कुल 9 अलग-अलग संगठन सम्मिलित हैं। इसके चलते 10 लाख कर्मचारी आज किसी भी तरीके का कामकाज नहीं करेंगे।
अगले दो दिन बैंक जाना बेकार
इस हड़ताल के चलते सोमवार और मंगलवार को बैंक में मिलने वाली सभी सेवाएं बाधित रहेंगी। जमा और निकासी, चेक क्लीयरेंस जैसी अन्य सेवाओं के लिए लोगों को इंतजार करना होगा। शनिवार और रविवार को वैसे भी बैंक बंद रहा, इसके बाद 2 दिन की हड़ताल से आम आदमी को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इसी विरोध को जाहिर करने के लिए स्टेट बैंक के मुख्यालय पर आज 11:30 बजे बैंक के कर्मचारी प्रदर्शन करेंगे। यह प्रदर्शन लखनऊ ही नहीं देश के अलग-अलग भागों में होगा।
निजीकरण से नाराज हैं बैंक कर्मी
केंद्रीय बजट में पिछले महीने वित्त मंत्री के द्वारा एक घोषणा की गई थी। इसमें कहा गया था कि सरकार के विनिवेश कार्यक्रम के द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों का निजीकरण किया जाएगा। इसी के बाद बैंक के कर्मचारी नाराज दिखाई दिए, इस निजीकरण का विरोध करते हुए देश में दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल करने की योजना बनाई।