नई दिल्ली। पैसो की किल्लत झेल रही जनता के लिए आज का दिन मुसीबत भरा हो सकता है…क्योंकि नोटबंदी के बाद से ऐसा पहली बार हो रहा है कि बैंक लगातार दो दिन के लिए बंद है। लिहाजा एटीएम पर दोगुनी भीड़ जुटने की आशंका है। हालांकि निजी बैंक खुलेगें या फिर बंद रहेंगे ये निर्णय उनका खुद का होगा लेकिन एक बात तो साफ है कि…ये दो दिन आम पब्लिक के लिए किसी काल के समान ही होंगे।
एटीएम पर बढ़ेगी कतारें:-
नोटों पर मचे हाहाकार का आज 18वां दिन है ऐसे में बैंक कर्मचारी काफी लंबी समय से काम कर रहे थे और ये दो दिन का अवकाश उनको राहत जरुर दे सकता है। लेकिन अचानक बैंकों का दो दिन के लिए बंद होना कई सवाल भी खड़े करता है कि कहीं बैंक में पैसे की कमी तो नहीं..सरकार ने 8 नवंबर को 500 और 1000 के नोटों को बंद करने का ऐलान किया था…उसके बाद से आज बैंक खुलने का 17वां तो एटीएम खुलने का 16वां दिन है। लेकिन बैंको और एटीएम में कतारें उतनी ही लंबी।
आखिर कब मिलेगा कैश:-
देश के अलग-अलग जगहों पर बैंको और एटीएम से पैसा निकालने के लिए इंडियावालों की लंबी लाइन लगी है। लेकिन किसी को कैश मिलता है तो कोई कई घंटो की मशक्कत के बाद भी घर बैरंग लौट जाता है…लिहाजा करंसी बैन के काफी दिन बीत जाने के बाद भी बैंकों और एटीएम की बाहर लगी लाइने कहीं न कहीं सरकार की बदइंतजामी की ओर संकेत करती है।
कालेधन पर लगाम लगाने के लिए फैसले के चलते आम पब्लिक एक ओर मुसीबतों को झेल रही है तो दूसरी ही पल वो सरकार के इस फैसले की सराहना भी कर रही है। वहीं ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि नोट बैन के बाद से जन धन बैंक खातों में 21,000 करोड़ रुपये जमा कराए गए हैं। जिसमें अधिकांश रकम पश्चिम बंगाल में लोगों के जन धन खाते में जमा कराए गए हैं…जो कि कालेधन के संदिग्ध दायरें में आती है।
जनता का होगा हित:-
कालेधन के फैसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जनता का न केवल शुक्रिया अदा किया बल्कि अपने आलोचकों पर वार भी किया। उन्होंने कहा सरकार ने इसके क्रियान्वयन के लिए तैयारी नहीं की, बल्कि उसकी नाराजगी इसलिए है, क्योंकि उसे नोटबंदी से पहले तैयारी करने का समय नहीं मिला। पीएम मोदी के इस बयान के बाद संसद में जोरादार हंगामा हुआ और सदन के सदस्यों ने उनसे इस बयान पर मांफी मांगने की अपील की।
बरहाल सरकार ने ये तो साफ कर दिया है कि चौतरफा घिरने के बाद भी वो इस फैसले को वापस नहीं लेगी। लेकिन कैश लेस जनता की मुसीबत कम होने में थोड़ा और समय जरुर लग सकता है।