चीन के वुहान शहर से निकली कोरोना महामारी पूरी दुनिया पर आफत बनकर टूट रही है। इस बीच दुनिया के बड़े-बड़े देश कोरोना की दवाई ढूंढने का दावा तो खूब कर रहे हैं। लेकिन जमीनी तौर पर किसी को भी सफलता नहीं मिली है।
ऐसा ही एक दावा पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश की तरफ से भी किया जा रहा है।बांग्लादेश की एक मेडिकल टीम का दावा है कि दो दवाओं को मिलाकर तैयार किये गए एंटीडोट से कोरोना वायरस के लक्षणों वाले मरीजों को ठीक करने में चौंकाने वाले परिणाम मिले हैं।
बांग्लादेशी मेडिकल टीम ने खतरनाक बीमारी के इलाज का दावा उस वक्त किया है, जब विश्व के अन्य देश निराश हो चुके हैं।
प्राइवेट बांग्लादेश मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के मेडिसीन विभाग के प्रमुख डॉक्टर मोहम्मद तारेक आलम का कहना है कि दो दवाओं को मिलाकर बनाए गए एंट्रीडोट से 60 कोरोना मरीज ठीक हुए है। और ये बहुत ही तेजी से भी काम कर रही है।
इसमें एक एंटीबायोटिक, डॉक्सीसाइक्लिन के साथ एक सिंगल डोज में अक्सर इवरमेक्टिन नामक एंटीप्रोटोजोअल दवा का इस्तेमाल किया जाता है, जो कोरोना के मरीजों को ठीक करने में चमत्कारिक परिणाम देता है।
बांग्लादेश के इस दावे ने दुनिया को चौंका के रख दिया है। हालाकि अभी ये पूर्ण रूप से स्पष्ट नहीं हो पाया है कि, कोरोना के मरीजों पर ये कितना असर कर रही है और संक्रमण को फैलने से रोक पा रही है या नहीं।
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आपको बता दें कोरोना की कोई दवाी न मिलने की वजह से पूरी दुनिया में लगातार कोरोना के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। बड़े-बड़े देश कोरोना के सामने घुटने टेकने पर मजबूर हो गये हैं।
ऐसे में बांग्लादेश की तरफ से किया गया ये दावा दुनिया के लिए एक राहत भरी खबर है।