नई दिल्ली: बांग्लादेश में रविवार को हिंसा के बीच हुए आम चुनाव में प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी बांग्लादेश अवामी लीग (Bangladesh Awami League) को जबरदस्त जीत मिली है. वैसे आम चुनाव के आधिकारिक नतीजे सोमवार शाम तक ही स्पष्ट हो सकेंगे, लेकिन बांग्लादेशी टीवी मीडिया में हसीना की पार्टी की बड़ी जीत की घोषणा अभी से ही कर दी गई है.
चौथी बार प्रधानमंत्री बनने की ओर हसीना
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना रिकॉर्रड चौथी बार प्रधानमंत्री बनने की ओर हैं। उनकी जीत का रास्ता साफ हो गया है। शेख हसीना गोपालगंज-3 निर्वाचन क्षेत्र से एक तरह से निर्विरोध चुनाव जीत गईं। उन्हें 2,29,539 वोट मिले जबकि मुख्य प्रतिद्वंद्वी बीएनपी के उम्मीदवार को महज 123 वोट मिले।
विपक्षियों ने की दोबारा मतदान कराने की मांग
चुनाव आयोग ने आधिकारिक तौर पर हसीना की जीत की घोषणा की। पार्टी की जीत के साथ हसीना का चौथी बार प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है। इसके साथ ही विपक्षी गठबंधन ने चुनाव खारिज करते हुए दोबारा मतदान कराने की मांग की है।
बांग्लादेश के विपक्षी एनयूएफ गठबंधन ने रविवार को आम चुनाव के परिणाम को खारिज कर दिया और निष्पक्ष कार्यवाहक सरकार के अंतर्गत फिर से मतदान कराने की मांग की। इस गठबंधन में पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बीएनपी भी है । नेशनल यूनिटी फ्रंट (एनयूएफ) में मुख्य विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी), गोनो फोरम, जातीय समाजतांत्रिक दल-जेएसडी, नागोरिक ओइकिया और कृषक श्रमिक जनता लीग है।
एनयूएफ के संयोजक और गोनो फोरम पार्टी का नेतृत्व करने वाले कमल हुसैन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम परिणाम को खारिज करते हैं और निष्पक्ष सरकार के अंतर्गत नए चुनाव की मांग करते हैं।’ उनका बयान ऐसे वक्त में आया है जब शुरूआती रूझानों में प्रधानमंत्री शेख हसीना की सत्तारूढ़ अवामी लीग नीत गठबंधन को भारी जीत मिलती दिख रही है। हुसैन ने कहा कि हम चुनाव रद्द करने के लिए कह रहे हैं । हमें खबरें मिली हैं कि करीब सभी केंद्रों पर धांधली की गयी।