नई दिल्ली: सरकारी बैंकों के अधिकारियों की यूनियन ने शुक्रवार और 26 दिसंबर को देशव्यापी हड़ताल का एलान किया है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। हड़ताल के लिए शुक्रवार का दिन चुनने से साप्ताहिक अवकाश और क्रिसमस की छुट्टी के कारण अगले पांच दिनों तक बैंक बंद रहेंगे।
पांच दिनों तक बैंक बंद रहेंगे
1 और 26 दिसम्बर को बैंक कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। जबकि 22 दिसम्बर को चौथा शनिवार और 23 को रविवार होने के नाते बैंक बंद रहेंगे। 24 दिसम्बर को एक दिन खुलने के बाद क्रिसमस डे पर फिर 25 को बैंकों की बंदी है। ऐसे में पांच दिनों तक बैंक बंद रहेंगे।
गुरुवार को ऑयबॉक के प्रांतीय महामंत्री दिलीप चौहान ने कहा कि न्यूनतम वेतन, कोर बिजनेस, एनपीए वसूली, नई पेंशन स्कीम को समाप्त करना, पेंशन अद्यतन पुनरीक्षण एवं एवं पारिवारिक पेंशन में सुधार जैसी मांगों पर बैंक कर्मचारी शुक्रवार और 26 दिसम्बर को हड़ताल पर रहेंगे।
बताया कि आईबीए के साथ वेतन समझौता हमेशा स्केल एक से स्केल सात तक के अधिकारियों के लिए होता था। लेकिन इस बार आईबीए केवल स्केल तीन तक का वेतन समझौता करने का प्रस्ताव दिया है जिसके विरोध में आईबीए की बैठक का भी बहिष्कार किया गया। उन्होंने कहा कि आईबीए पिल्लई कमेटी की संस्तुतियों को लागू करना चाहिए जिसमें बैंक अधिकारियों का वेतन सिविल सेवा अधिकारी के समान होना चाहिए।
हड़ताल वाले दिन प्राइवेट बैंक खुलेंगे
21 से 26 दिसम्बर तक छह दिन में सरकारी बैंक केवल एक दिन ही खुलेंगे। हालांकि हड़ताल वाले दिनों में प्राइवेट बैंकों में कामकाज होता रहेगा। अन्य दो दिन यानि चौथा शनिवार और रविवार रहने के कारण प्राइवेट बैंक बंद रहेंगे।